अमेरिका की सीनेट पर अब किसका होगा नियंत्रण, किसको लगा झटका, किसका वोट होगा निर्णायक
वाशिंगटन। अमेरिका की सीनेट पर डेमोक्रेटिक पार्टी का अब नियंत्रण हो गया है। जार्जिया प्रांत से सीनेट में दो सीटें बढ़ने के बाद जो बाइडन ने उच्च सदन में भी बढ़त हासिल कर ली है। इस तरह से अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव (निचले सदन) में बहुमत के साथ ही सीनेट (उच्च सदन) में भी डेमोक्रेटिक पार्टी का पलड़ा भारी हो गया है। यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए करारा झटका है। सीनेट की दो सीटों के लिए मंगलवार को चुनाव हुआ था। इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी ने ही दोनों सीटें जीत लीं।
सीनेट में अब दोनों ही पार्टियों के पचास-पचास सांसद हो गए हैं। किसी भी मुद्दे पर बराबर के वोट आने पर 20 जनवरी को शपथ लेने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का वोट निर्णायक साबित होगा। सीनेट में ताकत बढ़ने से भावी राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए अब नई नियुक्तियां करने का रास्ता आसान हो गया है। उनको अब अपने विधायी एजेंडे को आगे बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। सीनेट में बदले परिदृश्य से ट्रंप समर्थकों को भी करारा झटका लगा है, जिन्होंने हिंसा का सहारा लेते हुए इलेक्टोरेल कॉलेज की वोटिंग को रुकवा दिया था।सीनेट की हाउस स्पीकर नेंसी पेलोसी ने कहा है कि जॉर्जिया के साहसी नेताओं ने बहुमत बनाकर भावी राष्ट्रपति जो बाइडन और भावी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को काम करने की ताकत दी है। सीनेट में बहुमत के नेता चक स्कमर ने कहा है कि अमेरिका की जनता के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण दिन है, छह साल के बाद डेमोक्रेट बहुमत में आ गए हैं।