आगरा। हिमालय क्षेत्रों से होते हुए सात समुंदर पार से आए मेहमान परिंदे अब अलविदा कासगंज कहने लगे है। जैसे-जैसे मौसम में बदलाव आने लगा है और तापमान बढ़ रहा है वैसे-वैसे मेहमान परिंदे अब सर्द क्षेत्रों की ओर रुख करने लगे है। कई महीनें से यहां कलरव कर रहे पक्षियों की अठखेलियां अब कम हाेने लगी है। पक्षियों को सर्द मौसम पसंद है। नवबंर में लंबी उड़ान भरकर विदेशों से पहुंचे हजारों पक्षियों की अठखेलियां दरियावगंज झील पर आकर्षण का केंद्र बनी रही, लेकिन धीमे-धीमे अब मौसम बदल रहा है। तापमान तेजी के साथ बढ़ रहा है ऐसे में मेहमान पक्षी अब विदाई लेने लगे है। विदेशों से आए पक्षी परपल, मौरेन, प्रोवाइन, हरनेड सहित तमाम प्रजातियों के पक्षियों ने यहां रोनक बढ़ाई। वन विभाग ने इन पक्षियाें के संरक्षण के लिए प्रयास किए। अब यह पक्षी मौसम का आभास कर ठंडे क्षेत्रों की ओर जाएंगे तो कुछ प्रजातिया घर लौट जाएंगी।
आंकड़े की नजर से
14000 हजार कुल पक्षी पाए गए थे गणना में। 87 राजकीय पक्षी सारस की हुई थी गणना।
तो छोड़ा गया था पानी
जनवरी महीनें में दरियावगंज झील पर बड़ी संख्या में पक्षी थे लेकिन यहां पानी काफी कम हो गया था। ऐसे में पक्षियों का संरक्षण बेहतर तरीके से नहीं हो पा रहा था। डीएम सीपी सिंह के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने माइनर की खुदाई कराई और यहां गोरहा नहर से पानी छोड़ा गया, लेकिन अब फिर से पानी कम होने लगा है।
पक्षियों को सर्द मौसम पसंद है। ठंडे मौसम में वे अठखेलियां करते है। अब जैसे-जैसे तापमान बढ़ने लगेगा पक्षी धीरे-धीरे वापस जाने लगेंगे।