केंद्र सरकार की महंगाई प्रेमिका का सीपीआई ने फूंका पुतला, जमकर की नारेबाजी
कोंडागांव। सीपीआई जिला इकाई कोंडागांव ने आज महंगाई के विरोध में बाइक रैली निकालकर बस स्टैंड में महंगाई का पुतला फूंका, जमकर केंद्र की मोदी सरकार के विरोध नारे बाजी की, और राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान जिला सचिव तिलक पण्डे, शैलेश शुक्ला,बिसम्बर मरकाम, दिनेश मरकाम, बिरज नाग,सरादू सोरी , मुकेश मंडावी,नरेंद्र सोरी , महाजन मरकाम ,सुखचरण बघेल , राम कुमार नेताम, नवलू नेताम, लखु राम नेताम नारायण मरकाम ,सुखराम नेताम सहित सीपीआई कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद थे।
सीपीआई जिला सचिव तिलक पांडे ने आरोप लगाते हुए कहा कि महंगाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार वर्ष 2014 में पूरे देश में हंगामा करते हुए महंगाई को डायन बताता था पर आज यही महंगाई केंद्र की मोदी सरकार की प्रेमिका हो गई है। इस लिए भाजपा के नेताओं के द्वारा महंगाई को लेकर कुछ नही बोलते है।
राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के ज्ञापन में
केन्द्र सरकार ने जनविरोघी निर्णय लेते हुए पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार बृद्धि कर रही है । पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बेहताशा वृद्धि हो रही है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। एक ओर जहाँ कोरोना संकमण की वजह से लोंगों की कय शक्त घट गई है। वहीं केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमत में वृद्धि से रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो रही है जिसकी वजह से आम जनता का जीना मुहाल हो गया है । जब अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य को आधार बनाकर डीजल व अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बार-बार बृद्धि की गई है तो अब उसमें उतनी ही कमी क्यों नहीं की जानी चाहिए। पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में बृद्धि का सीधा असर परिवहन व्यवसाय में पड़ रहा है जिसके परिणमस्वरुप खाने पीने व दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं, गृह निर्माण सामाग्री, यात्री किराया में बृद्धि हो रही है जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी केन्द्र शासन से मांग करती है कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के मूल्य में आयी कमी के आधार पर ही देश में पेट्रोलियम उत्पादों का मूल्य निर्धारित करें व आवश्यक वस्तुओं के मुल्यों की समीक्षा कर उसके मूल्यों को नियन्त्रीत करें ताकि आम लोगों को कोरोना संकमण काल में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके ।