चीन ने पहली बार माना, गलवान घाटी झड़प में मारे गए थे उसके सैनिक
चीन ने पहली बार कबूल किया है कि जून 2020 में भारतीय सैनिकों के साथ गलवान घाटी में हुई हिंसा में उसके जवान शहीद हुए हैं। चीन के सैंट्र्ल मिलिट्री कमिशन की रिपोर्ट के हवाले से पीपुल्स डेली ने यह खबर दी है। पीपुल्स डेली के ट्वीट के मुताबिक, गलवान घाटी में हुई हिंसा में उसके चार सैनिक मारे गए थे, जिन्हें शहीद और हीरो का दर्जा दिया गया है। हालांकि चीन ने मारे गए सैनिकों की संख्या चार ही बताई है जबकि भारत का दावा है कि उसके 40 से अधिक जवानों की जान गई थी। बता दें, इस घटना के बाद भारत ने चीनी सीमा पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
बता दें यह झड़प 15 और 16 जून की रात हुई थी। चीनी सैनिक डंडे, पत्थर और अन्य हथियार लेकर भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें भारतीय सैनिकों ने रोकने की कोशिश की तो दोनों पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। लद्दाख की गलवान घाटी में एलएसी पर हुई इस झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल समेत 20 सैनिक शहीद हुए थे। चीन के भी 40 से अधिक जवानों की मौत हुई थी। हालांकि तब चीन की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था। इसके पहले तक दोनों ही देश एक-दूसरे पर अपने इलाकों के अतिक्रमण करने का आरोप लगाते रहे हैं।