जिले में 09 हजार असाक्षरों को साक्षर करने का है लक्ष्य
पढ़ना-लिखना अभियान के लिए 01 से 06 जनवरी तक सर्वेक्षण अभियान जारी
कोंडागांव। जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान संपूर्ण कोंडागांव जिला में संचालित किया जाना है। इसके लिए 14 दिसम्बर से 19 दिसम्बर तक जिले के असाक्षरों की पहचान हेतु सर्वे का अभियान चलाया गया था। जिसके द्वारा अब तब पढ़ने हेतु इच्छुक 2833 असाक्षरों को चिन्हांकित किया गया है। वही 1 जनवरी से 6 जनवरी तक पुनः सर्वेक्षण अभियान प्रारंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत विकासखण्डवार असाक्षरों की पहचान कर उन्हें अभियान से जोड़ने का कार्य किया जाना है। इस अभियान अंतर्गत असाक्षरों को 120 घण्टों का बुनियादी साक्षरता का कार्यक्रम तैयार किया गया है। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा की अध्यक्षता में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जाना है। तत्पश्चात् एनआईओएस संस्था द्वारा सभी अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किया जावेगा। पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत शिक्षण का कार्य स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा कराया जाना है। इस हेतु 28 से 30 दिसम्बर तक स्वयंसेवी शिक्षकों की मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आॅनलाईन प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। जिसमें जिले से सभी विकासखण्डों से कुल 18 शिक्षकों ने भाग लिया था। इसमें शहरी एवं ग्रामीण असाक्षरों को सम्मिलित किया गया है जिसमें 75 प्रतिशत पुरूष एवं 25 प्रतिशत महिलाओं को सम्मिलित किया जाना है। इस अभियान हेतु शासन द्वारा 09 हजार असाक्षरों को शिक्षित किया जाना है। प्राधिकरण द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान के लिए स्वयंसेवी शिक्षकों को भी आमंत्रित किया गया है। ऐसे व्यक्ति जो अभियान अंतर्गत निशुल्क पढ़ाने के इच्छुक हैं वे जिला कार्यालय के कक्ष क्रमांक 123 में सम्पर्क कर सकते हैं। पूर्व में साक्षर भारत कार्यक्रम का संचालन लोक शिक्षा समिति द्वारा किया जाता था जिसे अब परिवर्तित कर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अंतर्गत ‘पढ़ना-लिखना‘ अभियान संचालित किया जा रहा है। इस प्राधिकरण के अध्यक्ष संबंधित जिले के कलेक्टर होते हैं।