रायपुर। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हिंसा और अराजकता का तांडव मचाने के लिए जिम्मेदार तथाकथित किसान नेताओं पर भाजपा ने कार्रवाई की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा कि आंदोलन की आड़ लेकर ट्रैक्टर रैली को टेरर रैली बनाकर दिल्ली को अगवा करने की साजिश रची गई।
इसमें लिप्त लोगों को चुन-चुनकर कानूनी कार्रवाई की जद में लिया जाए। राजनीतिक नेताओं और राज्य सरकारों का भूमिका को भी जांच के दायरे में लाया जाए, जो पिछले दो माह से इस आंदोलन की आड़ में केंद्र सरकार के खिलाफ विषवमन कर रहे हैं। साथ ही अपनी निकृष्ट और कलंकपूर्ण मानसिकता के साथ आंदोलन को दिशाहीन करने के भागीदार हैं।
डा. सिंह ने छत्तीसगढ़ सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि आंदोलन के नाम पर मगरमच्छ के आंसू बहाते मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस के मंत्रियों, जनप्रतिनिधियों और राजधानी से लेकर गली-मुहल्ले तक के नेताओं ने कृषि कानूनों के नाम पर झूठ और नफरत का बीज बोया।
अब बचने के लिए किसान आंदोलन से पल्ला झाड़ने का शर्मनाक उपक्रम कर रहे हैं। किसानों के नाम पर आंदोलन चला रहे नेताओं का असली एजेंडा और चेहरा सामने आ गया है।
किसान आंदोलन को हाईजैक कर जिस तरह राष्ट्रीय ध्वज को अपमानित किया गया और देश विरोधी ताकतों ने अपनी करतूतों से देश को शर्मसार किया है, वह पूरी तरह अक्षम्य अपराध है।
देश विरोधी ताकतों का किसानों से कोई लेना-देना शुरू से ही नहीं था। उनका असली मकसद गणतंत्र दिवस पर दिल्ली की घटनाओं से साफ हो गया है।