दक्षिण वन मण्डल के अधिकारियों का कारनामा, फर्जी बिल व्हाउचर बना कर डकारे लाखों रूपये
मजदूर ने थाना में एफआईआर के लिए आवेदन दिया
कोंडागांव। दक्षिण वन मडंल के काष्ठागार में लेबर हट व अन्य निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी नाम दर्ज कर राशि निकालने को लेकर एक मजदूर के द्वारा पुलिस थाना कोंडागांव में पंहुच कर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर संबंधित अधिकारियों एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है। है। । दक्षिण वन विभाग के अंतर्गत आने वाले एशिया का एशिया का एशिया का सबसे बड़ा लकड़ी डिपो के काष्ठागार अधिकारी ने लेबर हट व अन्य के निर्माण कार्यो के नाम पर मजदूरों के नाम पर फर्जी बिल व्हाउचर में नाम दर्ज कर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। शिकायत के बाद काष्ठागार अधिकारी राममूर्ति बघेल को उक्त पद से हटाते हुए ट्रांसफर कर दिया गया है।
आपको बता दें की एशिया की सबसे बड़ी डिपो का दर्जा प्राप्त करने वाला दक्षिण वन मंडल कोंडागांव के काष्ठागार (लकड़ी डिपो) में लंबे समय से फर्जी बिल वंडचर बना कर पैसे निकालने का गोरखधंधा चल रहा था। यहां पर पदस्थ काष्ठीय अधिकारी राममूर्ति बघेल ने वर्ष 2020 में लेबर हट और अन्य निर्माण कार्यो में मजदूरों का फर्जी बिल व्हाउचर में नाम दर्ज कर सरकारी खजाने और आम जनता के टेक्स के पैसे को लूटने का काम किया है। सूचना का अधिकार के तहत मिले दस्तावेज का अवलोकन करने और बिल व्हाचर में दर्ज 30 मजदूरों से चर्चा करने पर मजदूरों के द्वारा बताया गया कि उन्होंने कभी भी काष्ठीय (लकड़ी डिपो) में काम नहीं किया है। और मेरे नाम का दुरूपयोग करते हुए वन विभाग के अधिकारियों के मिलीभगत से पैसे निकाले गए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
मजदूर ने थाना में दिए आवेदन में क्या है
मजदूर ने अपने आवेदन में कहा कि वाउचर नम्बर kd/157 दिनांक 30/03/2020 हेड ऑफ सर्विस- 10-2406-203-24-012 लेबर हट निर्माण कार्य, सेक्टर डी में दिनांक 06/02/2020 से 13/02/ 2020 तक दस्तावेज में कार्य करना बताया गया हैं। यह कि मेरे नाम से वन मण्डल कोंडागांव के काष्ठागार में लेबर हट व अन्य निर्माण में कार्य के नाम से 1709 रुपए भुगतान भी किया गया है। जब की मेरे द्वारा वन मण्डल कोंडागांव के काष्ठागार में किसी प्रकार का कोई भी कार्य नही किया हूं। मेरे नाम का दुरुपयोग करने हुए फर्जी बिल व्हाउचर बनाकर पैसे निकाला गया हैं। मजदूर ने थाना कोंडागांव में लिखित आवेदन में लिखा है कि जिन अधिकारियों के द्वारा बिल व्हाउचर में हस्ताक्षर किया गया हैं उन सभी अधिकारियों काष्ठागार अधिकारी, एसडीओ वन विभाग ओर दक्षिण वन कोंडागांव डीएफओ सभी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।