नंदीग्राम में होगा घमासान: ममता बनर्जी ने किया शुभेंदु के गढ़ में चुनाव लड़ने का ऐलान तो बोले अधिकारी- 50 हजार वोटों से हारेंगी, नहीं तो छोड़ दूंगा राजनीति
कोलकाता. एक तरफ ममता बनर्जी ने हाल ही में टीएमसी से बगावत कर बीजेपी में आए शुभेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है तो दूसरी तरफ अधिकारी ने कसम खा ली है कि वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को यहां हार का सामना कराएंगे। उन्होंने ममता बनर्जी के 50 हजार वोटों से हारने की भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि यदि वह जीत गईं तो वह (शुभेंदु) राजनीति छोड़ देंगे।
कभी ममता बनर्जी के दाएं हाथ माने जाने वाले बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ”वह केवल चुनावों के दौरान नंदीग्राम जाती हैं। क्या वह बता सकती हैं कि नंदीग्राम के लोगों के लिए उन्होंने क्या किया है? उनके खिलाफ जो भी लड़े, वह 50 हजार वोटों से हारेंगी। यदि मैं उन्हें हरवाने में असफल रहा तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।”
हालांकि पूर्व तृणमूल नेता ने कहा कि उम्मीदवारों पर आखिरी निर्णय भाजपा नेतृत्व विस्तृत चर्चा के बाद लेगा, न कि जैसे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में मनमाने तरीके से होता है। बनर्जी ने इससे पहले दिन में नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया था। इस सीट से राजनीतिक दिग्गज अधिकारी जीते थे।
अधिकारी ने कहा, ”यदि मुझे मेरी पार्टी नंदीग्राम से चुनाव मैदान में उतारती है तो मैं उनको कम से कम 50000 वोटों के अंतर से हराऊंगा, अन्यथा मैं राजनीति छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि लेकिन तृणमूल कांग्रेस जहां बनर्जी और उनके भतीजे ‘तानाशाही तरीके से चलाते हैं वहीं भाजपा में उम्मीदवार चर्चा के बाद तय किए जाते हैं और मेरी उम्मीदवारी पर फैसला पार्टी को करना है।”
तीन किलोमीटर के रोडशो के बाद उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा, ”मैं नहीं जानता कि मुझे कहां से उतारा जाएगा और उतारा भी जाएगा या नहीं। उन्होंने कहा कि बनर्जी बस चुनाव से पहले ही नंदीग्राम को याद करती हैं और उनपर नंदीग्राम गोलीबारी में लिप्त रहे एक आईपीएस अधिकारी को चार बार सेवा विस्तार देने का आरोप लगाया। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि बनर्जी नंदीग्राम के लोगों की भावनाओं के साथ खेल रही हैं लेकिन ” इस बार यह काम नहीं करेगा और उनकी पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से बंगाल की खाड़ी में फेंक दी जाएगी।” उन्होंने दावा किया कि बनर्जी की सभा में ज्यादातर लोग बाहर से लाए गए थे।