रायपुर। राजधानी रायपुर स्मार्ट सिटी के तौर से तेजी से विकसित हो रही है। मेट्रो सिटी की तर्ज पर करीब आधा दर्जन जगहों में नाइट चौपाटी शुरू की गई है। नाइट चौपाटी पर राजधानी वासी अपने परिवार के साथ देर रात तक लजीज व्यंजनों का लुत्फ तो उठा रहे हैं, लेकिन नाइट चौपाटी में आने वाली महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह है कि नगर निगम के अधिकारियों ने नाइट चौपाटी तो बना दी, लेकिन सुलभ शौचालय बनाना भूल गए हैं। नगर निगम के अधिकारी ही स्वच्छा सर्वेक्षण की पोल खोल रहे हैं। नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि सुलभ शौचालय का जल्द निर्माण किया जाएगा।
स्मार्ट सिटी से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी में एमजी रोड, मरीन ड्राइव, फरिश्ता कांप्लेक्स, अनुपम गार्डन के पास नाइट चौपाटी संचालित हो रही है। शाम होते ही यहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। एमजी रोड और तेलीबांधा नाइट चौपाटी की बात करें तो रात आठ बजे तक यहां इतनी भीड़ हो जाती है। राजधानी वासी अपने परिवार के साथ चौपाटी पर पहुंचते हैं। नाइट चौपाटी पर इतनी भीड़ रहती है कि 15 से 20 मिनट के इंतजार के बाद कहीं नंबर आता है। करीब आधा किलोमीटर लंबा यह बाजार एक शौचालय न होने के कारण महिलाएं और बच्चियां काफी परेशान हैं।
नगर निगम द्वारा यहां एक शौचालय तक बनाने की जरूरत महसूस नहीं हुई, जबकि यहां के व्यापारियों से प्रशासन और नगर निगम को सबसे ज्यादा राजस्व प्राप्त होता है। खरीददारी और थोक व्यापार होने के कारण यहां आने वाले व्यापारी शौचालय के लिए इधर-उधर स्थान तलाशते अक्सर नजर आ जाते हैं। शौचालय की कमी से सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को होती है, क्योंकि इस बाजार में आने वाले व्यापारी तो दीवारों का सहारा लेकर मूत्र त्याग कर लेते हैं, लेकिन महिलाओं के लिए ऐसा कोई स्थान नहीं है, जहां महिलाएं उसका प्रयोग कर सकें।