वैसे तो पुलिस का काम अपराध नियंत्रण व अपराधियों की धरपकड़ है। नागरिकों की सुरक्षा पुलिस की सबसे अहम जिम्मेदारी है। इसके अलावा अन्य विभाग भी ला एंड आर्डर के लिए पुलिस बल की सहायता लेते हैं। लेकिन वर्दीधारी इसकी आड़ में अपना राजस्व बढ़ाने जैसे अनैतिक काम में आगे हो जाते हैं। इनमें से एक खनिज विभाग है, जिसमें विभाग की मदद के लिए पुलिस बल की जरूरत होती है। लेकिन, खनिज विभाग की देखादेखी पुलिसकर्मियों ने भी अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर वर्दी का खौफ दिखाना शुरू कर दिया है। हम बात कर रहे हैं शहर से लगे सकरी थाने की, जहां कुछ दिन पहले क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर रात में परिवहन हो रहा था। ड्यूटी में तैनात दो पुलिसकर्मियों को इसकी भनक लगी तो उनकी बांछें खिल गईं। आनन-फानन में उन्होंने मौके से तीन ट्रैक्टर को पकड़ लिया।
यूं तो पुलिस विभाग एक तरह से शक्ति रसूख वाला विभाग माना जाता है, जहां शक्ति के प्रतीक मां दुर्गा के प्रतिनिधि के तौर पर बड़ी संख्या में नारी शक्ति भी कार्यरत हैं। जिले में देखा जाए तो कई महत्वपूर्ण सरकारी विभागों में महिला अधिकारी ही मोर्चा संभाल रही हैं। पांच अनुभाग में तीन महत्वपूर्ण जगहों पर महिला अफसर पदस्थ हैं। इनमें सिविल लाइन, सरकंडा व कोटा अनुभाग शामिल हैं। इसके अलावा भी दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समेत महिला थानेदार हैं। सोमवार आठ मार्च को विश्व की आधी आबादी यानी की नारी शक्ति का दिन है। दरअसल इस दिन विश्व महिला दिवस पर नारी शक्ति को याद किया जाता है। इस बार पुलिस विभाग के लिए यह दिन बेहद खास है। क्योंकि यह एक दिवसीय आयोजन न होकर पूरे सप्ताह भर महिला दिवस के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान पेंटिंग, परिचर्चा, करियर काउंसिलिंग समेत अन्य कार्यक्रम शामिल हैं।