० एक बार फिर समरसता की भावना के साथ जुटेंगे अलग अलग धर्मों के परिवार
० नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद देने राज्य में पहली बार राजधानी से ऑनलाइन जुड़ेंगे मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायकगण
रायपुर। महिला एंव बाल विकास विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 27 फरवरी को सुबह 11 बजे प्रदेश के 22 जिलों में एक साथ सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा जा रहा है। कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल सामूहिक विवाह का आयोजन अलग-अलग स्थानों में आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में जिलों के विभिन्न स्थानों पर एक साथ 3 हजार 300 जोडिय़ां विवाह बंधन में बंधेंगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित मंत्री मंडल के सदस्य, सांसद,विधायकगण और कई जनप्रतिनिधि रायपुर के बूढ़ा तालाब के समीप सरदार बलवीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह आयोजन में शामिल होंगे और राज्य में पहली बार डिजीटल माध्यम से अन्य जिलों में दाम्पत्य जीवन में बंधने वाले वर-वधुओं को आर्शीवाद देंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल द्वारा वर-वधुओं से ऑनलाईन बातचीत भी की जायेगी। सामूहिक विवाह का आयोजन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए किया जाएगा।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की सामाजिक समरसता को को बढ़ाते हुए अलग-अलग धर्मों के परिवार जुटेंगे और राजधानी में 3 इसाई, 1 मुस्लिम, 236 साहित 240 जोड़ों का विवाह उनके अपने रीति-रिवाजों के साथ संपन्न होगा। गरीब परिवार की बेटियों की शादी की चिंता दूर करने और शादियों में होने वाले फिजूलखर्ची को सामूहिक विवाह के माध्यम से कम करने के उद्देश्य मुख्यमंत्री कन्या विवाह के तहत विवाह का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा किया जाता है। बेटियों के विवाह में किसी प्रकार की कमी न हो इसे देखते हुए राज्य सरकार ने इस योजना के तहत राशि 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार कर दी है। अब विभाग के द्वारा प्रति जोड़ा 25 हजार रूपए तक व्यय किया जाता है। इसमें से 20 हजार रूपए तक की सामग्री वर-वधू को प्रदान की जाती है तथा शेष 5 हजार रूपए प्रति जोड़े वैवाहिक कार्यक्रमों के विभिन्न आयोजनों में खर्च किया जाता है।