मुद्दा विहीन भाजपा उलजुलूल हरकतों से सुर्खियां बटोरना चाहती है-रितेश पटेल
कोंडागांव। जिला कांग्रेस मीडिया प्रभारी रितेश पटेल ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आज छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दा विहीन हों गई है और उलजुलूल कार्यक्रमों के माध्यम से सुर्खियां बटोरना चाहती है आमजन के बीच बने रहना चाहती है,दो साल के कार्यकाल में भूपेश सरकार ने हर वर्ग का ख़्याल रखा है जिससे प्रदेश में किसान ,मज़दूर , बेरोज़गार युवाओं में संतोष है परंतु भाजपाई आम जनता के ख़ुशी को देख नही पा रही और अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा बचा ही नही हैं जिससे वो सरकार को घेर पाए इसलिए भाजपा आज पूरे बस्तर संभाग में सह अस्पताल का नाम शहीद महेंद्र कर्मा के नाम पे करने के कारण अपना आपा ही खो बैठी है और बेशर्म होकर पुतला दहन करने का काम कर रही है।शहीद महेंद्र कर्मा ने बस्तरवासियों के लिए सदैव लड़ते रहे और सड़क से लेकर सदन तक जंगल से लेकर शहर तक शेर की तरह दहाड़ते रहे और सदासिव बस्तर हित की लड़ाइयां लड़ते रहे ,शर्म आनी चाहिए इस भाजपा को जो बिना समझे सह अस्पताल शहीद महेंद्र कर्मा के नाम रखने पर विरोध कर रही है।
अब विपक्ष के पास कोई काम भी तो नहीं रह गया है
जबकि पूरे बस्तर के जनता की आवाज बनकर बस्तर सांसद दीपक बैज बस्तर हित पर संसद में दहाड़ रहे है रेल सुविधा जो बंद पड़ी है उसे भी वापस बहाल करने के लिए संसद में आवाज़ उठा रहे हैं।
भाजपा ने यंहा उनका पुतला दहन करके साबित कर दिया है बस्तर की भाजपा आज भी कश्यप परिवार की ही ग़ुलामी कर रही है जिसके परिवार ने कभी बस्तर हित में एक बार भी दिल्ली में आवाज़ नही उठाई।
आज मेडिकल कॉलेज तो बलिराम कश्यप जी के स्मृति के नाम पर कांग्रेस ने यथावत रखा है जबकि सह अस्पताल जो किसी के नाम पर नही है उसे शहीद महेंद्र कर्मा जी के नाम रख दोनो नेताओं के नाम पर रख बस्तर का सम्मान ही किया है जबकि आज भाजपाई पूरे देश में काम नही नाम बदलने के लिए बदनाम है वे आज बस्तर की जनता को गुमराह कर रही हैं आज बस्तर ही नहीं समूचे देश में पेट्रोल,डीजल और रसोई गैस के बढ़े दाम से आम जनता हलाकान है बस्तर के भाजपा के लोगों को दिल्ली जाना चाहिए और मोदी जी से अपील करनी चाहिए की आम जनता को कुछ तो राहत दें।
एक तो कोरोना काल में आम आदमी की वैसे ही आर्थिक स्तिथि खराब है और यहां पेट्रोल डीजल रसोई गैस की बढ़ी कीमतों से बढ़ती मंहगाई ने तो आम जनता की कमर ही तोड़ दी है,,ख़ैर इन सब चीजों से उन्हें क्या लेना देना भाजपा आज पूरे बस्तर संभाग से साफ़ हो चुकी है और ग़लत तरीक़े से फिर राजनीति कर रही है जिससे आम जनता को कोई लाभ नही होने वाला है।
आज जनता समझ चुकी है कि सिर्फ लोक लुभावने भाषणों से जनता का भला नहीं होगा बल्कि आम जनता से जुड़े मुद्दों पर कार्य कर उन्हें पूरा करने से ही जनता का भला होगा।
बस्तर संभाग की जनता इन्हें पहले ही सबक सीखा चुकी है पूरे 12 विधान सभा पर कांग्रेस के विधायक है और बस्तर से सांसद भी कांग्रेस की है इसकी तिलमिलाहट भाजपा के लोगों पर साफ दिखाई दे रही हैं
बस्तर की जनता ने तो इन्हे सबक सिखा दिया है और आगे भी सिखाएगी
विपक्ष का धर्म होता है आवाज उठाना परन्तु आवाज उलजुलूल उठाएं ये उचित नही 15 साल छत्तीसगढ़ में शासन करने के बाद जिन कार्यों को नजरअंदाज किया उन्हें जब आज प्रमुखता से कांग्रेस सरकार आमजन की बात समझकर पूर्ण कर रही तो हजम नही हो रहा ये वही भाजपा है जिसने लोहण्डीगुड़ा क्षेत्र के कई किसानों के जमीन को हड़प लिया था जिसे कांग्रेस सत्ता में आते ही किसानों को वापिस कराया है ये वही भाजपा है जिसने किसानों के धान का प्रतिक्विंटल 300 रुपए बोनस देने का वादा करती रही परन्तु 15 साल तक कभी यह वादा हकीकत में नही बदल पाई जबकि कांग्रेस की सरकार आते ही 2500 रुपए धान का समर्थन मूल्य प्रतिक्विंटल दे रही है जो कि भाजपाइयों को हजम नही हो पा रहा ये वही भाजपा है जो 15 साल तक लोक लुभावन वायदों का झुनझुना पकड़ा कर आम जन के साथ खिलवाड़ कर रही थी ये वही भाजपा है जो गरीब मजदूर के आवाज को कुचलने का लगातार प्रयास करती रही काँग्रेस पार्टी हर वर्ग का सम्मान करती है शहीद महेंद्र कर्मा का सम्मान करती है तो स्व. बलीराम कश्यप का भी सम्मान करती है भाजपा को पहले जानकारी दुरस्त करनी चाहिए कि वे किन मुद्दों पर विरोध करे क्या भाजपा में कोई भी एक बुद्धिजीवी नही हैं जो हकीकत बता सकें?नाम बदलने में माहिर भाजपा है कांग्रेस नही बस्तर के मेडिकल कॉलेज का नाम आज भी स्व.बलीराम कश्यप मेडिकल कॉलेज ही है जो पहले से रखा हुआ है जिसमे किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नही हुआ है बल्कि मेडिकल कॉलेज के अलावा उस परिसर में अस्पताल भी संचालित हो रही है जिसका नाम शहीद महेंद्र कर्मा के नाम रखा गया है भाजपा का विरोध निराधार है भाजपा एक बार अपने अपने अंदर झाँककर देखे देश के कितने संपत्ति पर अपना नाम लिखाया है हाल ही में सरदार वल्लभभाई पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम रखा है एक तरफ सरदार पटेल का अपमान करती है और यहां उलजुलूल हरकत कर सुर्खियों में रहना चाहती है जबकि बस्तर की जनता इनकी हकीकत जान चुकी है।