छत्तीसगढ़

राईस मिलर्स की मांग पर विधायक ने अनुबंध अवधि बढ़ाने की पहल

धमतरी। राइस मिलर धान के उठाव के लिए कलेक्टर के माध्यम से राज्य विपणन संघ से अनुबंध करते हैं। उक्त अनुबंध की अवधि 31 –12 -2020 को समाप्त हो चुकी है, जो कि पूर्व में 30-11-2020 तक बढ़ाया गया था, लेकिन भारतीय खाद्य निगम में जमा की अवधि 31-12-2020 निर्धारित होने के कारण उक्त अवधि तक जमा किया गया। उक्त अवधि में उसना राइस मिलर कई परेशानियों के कारण धान का उठाव नहीं कर पाए, जिसके लिए संबंधित जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी व फेडरेशन को कई बार गुहार लगाए गए। लेकिन फरवरी के प्रथम सप्ताह में भी अवधि में वृद्धि नहीं हुई है। उक्त समस्या की ओर अनेक उसना राइस मिल संचालकों ने विधायक रँजना डिपेन्द्र साहू को अवगत कराने पर, वह राज्य विपणन संघ के जिम्मेदार अधिकारी को उसना मिलर्स के व्यवसायिक हित में अनुबंध अवधि को शीघ्र बढ़ाने की मांग की है। श्रीमती साहू ने आगे कहा है कि प्रमुख रूप से रोजगार का एक माध्यम वर्तमान में उसना राइस मिल ही है, अनुबंध अवधि बढऩे से लोगों को अनेक प्रकार से राइस मिल से जुड़े हुए माध्यमों से अर्थ की पूर्ति होती है, चाहे वह मजदूर के रुप में या फिर चाहे किसान के रूप में हो या ट्रांसपोर्ट के रूप में, इससे सभी व्यापारिक गणों के भी संलग्न व्यापार में भी बढ़त्तरी होती है, इसलिए अर्थव्यवस्था की सुदृढीकरण के दृष्टिकोण से भी अनुबंध की अवधि बढ़ाए जाने उचित प्रतीत होता है। विधायक श्रीमती साहू ने धान के भंडारण पश्चात सुखत के कारण फेडरेशन को होने वाले नुकसान से बचाव के लिए भी मिलों को अविलंब धान उठाओ करने की सुविधा प्रदान करनी की मांग भी की है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में धमतरी शहर राइस मिल के दृष्टिकोण से व्यवसायिक संपदा के रूप मे देश भर में वृहद स्थान रखता है, लेकिन अनेक बार देखा जाता है कि जटिल नियम कायदों के कारण इस व्यवसाय को भी संकट के दौर से गुजरना पडता है। जबकि अर्थव्यवस्था के मेरुदंड के रूप में राइस मिल का स्थान छत्तीसगढ़ की आर्थिक संपन्नता के लिए मजबूत बुनियादी अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है ।

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