रायपुर। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में होटल व्यवसाय के नाम पर भिलाई के तीन व्यवसायी ठगे गए। तीनों से आरोपितों ने पांच साल पूर्व एक करोड़ 33 लाख रुपये लिए थे। शिकायत पर जामुल पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस के मुताबिक, एसके कंट्रक्शन नेहरू नगर भिलाई के संचालक सईद एजाज, संतोष अग्रवाल तथा ज्ञानेश्वर सिंह ठगी के शिकार हुए हैं।
सईद एजाज के हवाले से पुलिस ने बताया कि पांच साल पूर्व रायपुर निवासी प्रमोद तिवारी व मोनेश साहू की सईद एजाज से मुलाकात हुई थी। उस दौरान उन्होंने बताया था कि सिलीगुड़ी निवासी उनके मित्र राकेश श्रीवास्तव का होटल बन रहा है। होटल में छह करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। डेढ़ करोड़ और लगते ही होटल व्यवसाय शुरू हो जाएगा।
प्रमोद व मोनेश ने प्रार्थी सईद एजाज को सिलीगुड़ी ले जाकर राकेश श्रीवास्तव से मुलाकात भी कराई थी। राकेश ने सईद को एक नवनिर्मित होटल दिखाते हुए उसे अपना होटल बताया था। राकेश श्रीवास्तव ने सईद एजाज को होटल व्यवसाय में पार्टनर बनाने का प्रलोभन दिया। सईद झांसे में फंस गया तथा इसके लिए उसने अपने दो अन्य पार्टनर संतोष अग्रवाल व ज्ञानेश्वर सिंह को भी तैयार कर लिया।
आरटीजीएस से भेजी रकम
27 दिसंबर 2016 से 24 जनवरी 2017 के बीच प्रार्थी सईद एजाज, संतोष अग्रवाल तथा ज्ञानेश्वर सिंह ने अपने फर्म एसके कंटक्शन से आरोपित राकेश श्रीवास्तव की फर्म मां शारदा रेसीडेंसी के एकाउंट में आरटीजीएस के माध्यम से एक करोड़ 33 लाख रुपये ट्रांसफर किए। रकम दिए पांच साल बीत गए। प्रार्थी के मुताबिक आरोपित का न तो आज तक होटल व्यवसाय शुरू हुआ और न ही उसके द्वारा रकम लौटाई जा रही है।
जामुल थाने में प्राथमिकी दर्ज
प्रार्थी की शिकायत पर जामुल पुलिस ने आरोपित राकेश श्रीवास्तव, प्रमोद तिवारी तथा मोनेश साहू के खिलाफ धारा 420 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।