सुनामी सी आवाज के बाद समुद्र में जा डूबा था इंडोनेशियाई विमान, अब मिल रहे शवों के चिथड़े
जकार्ता.इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता से उड़ान भरने के बाद क्रैश हुए विमान का मलबा और लोगों के शव अब बचावकर्मियों को मिलने लगे हैं लेकिन कई टुकड़ों में। विमान जहां क्रैश हुआ वहां मौजूद मछुआरों ने अब इस हादसे का पूरा ब्योरा दिया है और बताया है कि जब विमान समुद्र में गिरा तो इतनी भयानक आवाज आई जैसे या तो बम विस्फोट हुआ हो या फिर सुनामी आ गई हो। शनिवार को उड़ान भरते ही श्रीविजया एयर के बोइंग 737 विमान का संपर्क कंट्रोल रूम से टूट गया था। यह विमान समुद्र में जा गिरा था, जिसके बाद यात्रियों के बचने की उम्मीद खत्म हो गई थी। विमान में 12 क्रू सदस्यों सहित कुल 62 लोग सवार थे। शनिवार से जारी शवों की खोजबीन के बाद रविवार तड़के बचावकर्मियों ने समुद्र से शवों के चिथड़े, कपड़ों के टुकड़े और कुछ मलबा निकाला है।
सोनार उपकरण के जरिए मिले श्रीविजिया एयर फ्लाइट 182 से मिले सिग्नल के बाद अधिकारियों को उम्मीद थी कि विमान का मलबा ढूंढ लिया जाएगा। बचावकर्मियों को ये टुकड़े लैंकंग आइलैंड और लाकी आइलैंड के बीच मिले हैं। इंडोनेशियाई विमान को क्रैश हुए कई घंटे बीत चुके हैं लेकिन अभी तक इस हादसे की वजह पता नहीं लगी है।
मछुआरों ने सुनी बम धमाके की आवाज
शनिवार स्थानीय समयानुसार दोपहर ढाई बजे के आसपास थाउसैंड आइलैंड के पास मछुआरों ने धमाके की आवाज सुनी। सोलिहन नाम के मछुआरे ने समाचार एजेंसी एपी को बताया, ‘हमने जोरदार धमाके की आवाज सुनी। पानी से उठी लहरों की वजह से हमें लगा या तो बम फटा है या फिर सुनामी आ गई है। बारिश इतनी हो रही थी कि हमें कुछ साफ नहीं दिख रहा था। हम विमान का मलबा और ईंधन अपने नाव के आसपास देखने के बाद स्तब्ध थे।’
उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही संपर्क टूटा
इंडोनेशियाई परिवहन मंक्षी बुदी कार्य सुमादी ने बताया कि विमान ने एक घंटा देरी से उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के 4 मिनट बाद ही संपर्क टूट गया। विमान में 62 लोग सवार थे जिनमें 10 बच्चे थे। इन 10 में से 3 बच्चे बहुत छोटे थे। उन्होंने बताया कि विमान ने मौसम खराब होने की वजह से देरी से उड़ान भरी थी न कि किसी तकनीकी खराबी के चलते।
बता दें कि इंडोनेशिया में कई बार विमान हादसों ने सैकड़ों लोगों की जान ली है। इससे पहले अक्टूबर 2018 में भी बोइंग 737 मैक्स 8 विमान ने जकार्ता से उड़ान भरी और चंद मिनटों में वह जावा समुद्र में जा गिरा। विमान में सवार सभी 189 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई थी।