हिंदू धर्म में सिंदूर का है विशेष महत्व, इस तरह प्रयोग करने से मिल सकता है लाभ
ज्योतिष शास्त्र में सिंदूर का अपना महत्व है। सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इसे मांग में सजाती हैं। हमारी सभ्यता से जुड़े सभी धार्मिक कार्यों में भी सिंदूर का प्रयोग किया जाता रहा है।
ज्योतिष शास्त्र में सिंदूर का अपना महत्व है। सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए इसे मांग में सजाती हैं। हमारी सभ्यता से जुड़े सभी धार्मिक कार्यों में भी सिंदूर का प्रयोग किया जाता रहा है। ज्योतिषाचार्या साक्षी शर्मा के अनुसार, सिंदूर के आश्चर्यजनक प्रयोग से आप लाभ पा सकते है। आइए जानते हैं इन्हें।
अगर आपके सम्मान में कमी महसूस हो रही है और सब जगह आपकी अनदेखी हो रही है तो सिंदूर का यह उपाय कर सकते हैं। एक पान की पत्ते पर फिटकरी और सिंदूर बांधकर बुधवार की सुबह या शाम को पीपल के पेड़ के नीचे किसी बड़े पत्थर से दबा कर आ जाएं। पीछे पलटकर न देखें। ऐसा तीन बुधवार करने से आपके सम्मान में वृद्धि होगी।
अगर आपके घर में परेशानियां एक के बाद एक खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं तो आपको चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर हनुमानजी को चढ़ाना चाहिए। हनुमान जी को पांच मंगलवार और पांच शनिवार इस तरह तेल मिलाकर सिंदूर अर्पित करें। आपकी परेशानियां कम होंगी।
सिंदूर को वास्तु के लिहाज से भी काफी उत्तम माना गया है। घर के मुख्य दरवाजे पर तेल में सिंदूर मिलाकर लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता। ऐसा लगातार 40 दिन करने से घर में मौजूद वास्तुदोष दूर हो जाता है।
यदि आप काफी समय से आर्थिक तंगी झेल रहे हैं और पैसा आपके पास लाख प्रयास के बाद भी नहीं रुकता। कर्ज भी काफी समय से चढ़ा है और उतार नहीं पा रहे हैं तो आप यह उपाय करें। एक नारियल पर सिंदूर लगाकर उसे लाल वस्त्र में बांधकर उसकी पूजा करें। इस नारियल को मां लक्ष्मी से धन प्राप्ति की प्रार्थना करते हुए अपने प्रतिष्ठान में सुरक्षित रख दें। इससे धन की समस्या धीरे-धीरे दूर हो जाएगी।
सिंदूर के उपाय से लक्ष्मी और दुर्गा माता की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है। रोजाना पूजा के बाद घर के मुख्य द्वार पर भी पूजा का थोड़ा सा सिंदूर लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी आपके परिवार पर प्रसन्न होंगी और आपके घर में वास करेंगी। घर के प्रवेश द्वार पर सिंदूर चढ़ी हुई गणेश प्रतिमा स्थापित करने से सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।