अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा अब समाप्त हो गई है। श्रीराम जन्मभूमि पर नींव की खोदाई के साथ ही रामलला का भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण आरंभ हो गया है। जन्मभूमि के नीचे की मिट्टी जांच, भूमि के समतलीकरण और नींव की डिजाइन पर चर्चा की खबरें लगातार आ रही थी, लेकिन अब वहां नींव की खोदाई शुरू हो गई है। इसके साथ राममंदिर निर्माण की तिथि को लेकर लग रही अटकलों पर विराम लग गया।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने सोमवार को यह बात नई दिल्ली में सार्वजनिक की। एक न्यूज चैनल से वार्ता में उन्होंने यह भी बताया कि फरवरी से पत्थरों को लगाने का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि की सतह के नीचे की मिट्टी की जांच तीन बार कराई गई ताकि कोई चूक न होने पाए। विशेषज्ञों ने गंभीर मंथन के बाद नींव की श्रेष्ठतम डिजाइन तैयार की है। इस पर ट्रस्ट ने मुहर लगा दी है। अब इसी के अनुरूप नींव की खोदाई प्रारंभ हो गई है।फरवरी से 39 माह की अवधि में पूरा होगा निर्माण : श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने स्पष्ट किया कि फरवरी से 39 माह की अवधि में मंदिर का निर्माण पूरा किए जाने का लक्ष्य है। 39 माह में मंदिर निर्माण पूर्ण होने का लक्ष्य गत वर्ष पांच अगस्त से तय किया गया था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किया था।