रायपुर। आरंग इलाके में आदिवासी युवक से मारपीट का मामला तूल पकड़ चुका है। पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं करने से आक्रोशित सर्व आदिवासी समाज ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पुलिस को चेतावनी दी गई कि कार्रवाई न करने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सर्व आदिवासी समाज ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस मारपीट के आरोपितों को बचा रही है। शिकायत करने पहुंचे आदिवासी के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कर दी। इसे सर्व आदिवासी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। तत्काल मारपीट करने वाले आरोपी पर कार्रवाई तथा मामले में उपनिरीक्षक को बर्खास्त किया जाए।
वहीं, प्रशासन से आश्वासन मिलने के बाद आदिवासी समाज ने प्रदर्शन खत्म कर दिया। सर्व आदिवासी समाज के प्रदेशाध्यक्ष सोहन पोटाई ने बताया कि घटना 28 फरवरी की है। ग्राम मोहमेला निवासी भूपेंद्र कुमार ध्रुव की गांव के सरपंच खेमीचंद साहू, ईश्वर ठेठवार व बसरूद्दीन ने पिटाई कर दी।पीड़ित युवक आदिवासी समाज के लोगों के साथ रिपोर्ट दर्ज कराने आरंग थाना पहुंचे, लेकिन उपनिरीक्षक तुलसीराम साहू ने पीड़ित युवक के खिलाफ ही धारा 452 के तहत मामला दर्ज कर दिया। साथ ही उपनिरीक्षक द्वारा आरोपियों को बचाया जा रहा है, जिसके कारण अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
उपनिरीक्षक को बर्खास्त करने की मांग
सर्व आदिवासी समाज ने पीड़ित भूपेंद्र कुमार ध्रुव को न्याय दिलाने और उपनिरीक्षक को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आरंग में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद सर्व आदिवासी समाज ने पीड़ित युवक को न्याय दिलाने तथा उपनिरीक्षक को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यपाल, एसएसपी, एसडीएम के नाम तहसीलदार नरेंद्र बंजारा को ज्ञापन सौंपा। उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद आदिवासी समाज ने अपना प्रदर्शन खत्म किया।
एक आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी
मामले में आरंग पुलिस थाना प्रभारी लेखधर दीवान का कहना है कि इस मामले में ग्राम मोहमेला के सरपंच खेमीचंद साहू के द्वारा भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई हैं, जिसके कारण आदिवासी युवक के विरुद्ध धारा 452 के तहत अपराध दर्ज किया गया है. मामले के एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बाकी दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।