कोरोना के बाद हेल्थकेयर सेक्टर के लिए आवंटन बढ़ाए जाने की मांग तेज
नई दिल्ली। आगामी केंद्रीय बजट की तैयारियां जोरों पर हैं। वित्त वर्ष 2021-22 का केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किए जाने की संभावना है। वर्ष 2020 में आए कोरोना संकट के बाद देश में हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए अधिक बजटीय प्रावधान की मांग तेज हो गई है। हेल्थ एवं फार्मा सेक्टर के अग्रणी लोगों ने भी बजट से जुड़ी अपेक्षाओं में इस बात को प्रमुखता से उठाया है। एनटोड फार्माश्यूटिकल के एग्ज्युक्युटिव डायरेक्टर निखिल के मसूरकर ने कहा कि बीते साल ने एक बार फिर से हमें यह अहसास कराया है कि देश के हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार की दरकार है।
मसूरकर के मुताबिक वर्ष 2020 ने इस पर भी प्रकाश डाला है कि हमें हमारे हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर्स के बायोमेडिकल रिसर्च को मुख्य स्तम्भ के रूप में बनाने की जरुरत है। हालांकि, आगामी बजट का लक्ष्य होगा कि नई नौकरियों के द्वार खोले जाएं और अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जाए लेकिन हेल्थकेयर और फार्मा सेक्टर पर ध्यान देने की जरुरत है। उन्होंने कहा, ”हेल्थकेयर आवंटन को बढ़ाया जाना चाहिए और इसे जीडीपी का 2.5 फीसद किया जाना चाहिए। इस कदम को उठाना भारत सरकार की काफी समय से प्रतिबद्धता रही है, हम इस बजट से इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की उम्मीद करते हैं।”