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खबरें गरियाबंद की…

ग्राम भुंजिया मुड़ा के ग्रामीणों ने क्षेत्र के विभिन्न समस्या के निवारण को लेकर सौंपा कलेक्टर को ज्ञापन
गरियांबद। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत भुंजीय मुडा के ग्रामीणो के द्वारा आज सोमवार को गरियाबंद कलेक्ट्रेट पहुचकर कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए ब्याप्त समस्याओं को निराकरण करने की मांग किये ,जिसमे आए ग्रामीणों के द्वारा ज्ञापन के आधार पे बताया गया कि ग्राम भुंजिया मुडा आंगनबाड़ी केंद्र नही है जिससे उस ग्राम के बच्चों को अन्य ग्राम के आंगनबाड़ी जाना पड़ता है जो दूर भी है , जिससे बच्चों को तो परेशानी होती ही है साथ ही परिजन भी परेशान रहते है ,इस समस्या के निराकरण के लिए ग्राम भुंजीय मुडा में मिनी आंगन बॉडी खोलने की मांग किया गया । वही उस ग्राम में ऐसे दिव्यांक है जिन्हें न ही शासन की योजनाओं का लाभ मिलता है और न ही पेंशन ही मिल रहा है ,उन दिव्यांको का सर्वे कराकर शासन की योजनाओं का लाभ दिया जाए ,कोरोना के चलते आँगनबाड़ी के बच्चों को मिलने वाले राशन को डबल किया जाए ,वही 60 वर्ष से उपर के कई हितगताही है जिन्हें पेंशन नही मिलता उन्हें पेंशन दिया जाए ,और ग्राम में एक ही हैंडपंप है जिसका पानी लाल निकलता है ,जिसे लोग पीने के लिए मजबूर है ,वहां और हैंडपंप खोदा जाने की मांग किया गया ।

ग्राम कसेरू के युवक ने जहर पीकर की आत्महत्या
गरियांबद। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम कसेरू के 25 वर्षीय युवक बीरेंद्र साहू पिता यशवंत साहू के द्वारा आज सोमवार के सुबह 3 बजे अपने घर मे रखे किसी जहर को पिया गया जिसके थोड़ी देर बाद युवक के मुह से झाग निकलता देख उसके परिजन घायल अबस्था में युवक को जिला अस्पताल लेकर आए जहां दो घटे के उपचार के बाद सुबह छै बजे उसकी मौत हो गई । इस घटना का मेमो जिला अस्पताल से सिटीकोतवाली भिजवाया गया ,तब पुलिस टीम जिला अस्पताल पहुची और घटना पर मर्ग क्रमांक नौ कायम करते हुए विवेचना किया जा रहा ।वही कुछ लोगो के द्वारा बताया गया कि मृतक के द्वारा सल्फास का जहर खाया गया है

मारपीट के आरोपी ग्राम छिंडोला के कोटवार को भेजा गया जेल

गरियांबद। जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत छिन्दोला के कोटवार ललित के द्वारा ग्राम के ही दुलार सिंह के साथ मारपीट किया गया साथ ही दुलार सिंह की पत्नी का हाथ बाहा पकड़कर धक्का मुक्की किया गया इस बात की शिकायत पीडि़त ब्यक्ति पंच और अपने परिजन के साथ गरियांबद सिटी कोतवाली आकर रिपोर्ट किये साथ ही मोबाइल से बनाए गए मारपीट का साक्ष्य थाने में दिया गया ।वही उक्त आरोपी ललित के द्वारा थाने में ही धमकी दिया जा रहा था ।इस आधार पे आरोपी को धारा 294 ,506 और 354 क तहत खेल दाखिल किया गया । घटना के विषय मे थाने से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी दुलार अपनी पत्नी के साथ ग्राम पंचायत में था उसी दौरान कोटवार ललित मौके पर पहुचा और किसी बात को लेकर दुलार सिंह के साथ मारपीट करने लगा वही मौजूद दुलार की पत्नी के द्वारा मारपीट को छुड़ाया जा रहा था जिसके चलते कोटवार के द्वारा दुलार की पत्नी के साथ भी धक्का मुक्की किया गया जबकि पंचायत में कुछ पंच भी मौजद थे ।फिरभी आरोपी के द्वारा मारपीट किया गया । जिसके चलते प्रार्थी के साथ परिजन और पंच थाना पहुचे और आरोपी की शिकायत किये इस शिकायत के आधार पे आरोपी ललीत कोटवार को जेल दाखिल किया गया ।

ग्राम पंचायत तौरेन्गा के समीप सरगी नाले की जा रही
सफ ाई

गरियांबद। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा नरवा घुरवा गरवा और बाड़ी को सहेजने की योजना बनाई गई है ताकि लोगो को अपने पुराने धरोहर को सुरक्षित रखने में आसानी हो सके । इसी के तहत ग्राम पंचायत तौरेन्गा के समीप बहने वाला सरगी नाला की सफाई कार्य करवाया जा रहा है । जिससे नाले कि सफाई होगा ही वही इस कार्य से लोगो को रोजगार भी उपलब्ध होता रहे । इसी के तहत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत ग्राम तौरेंगा में सरगी नाला साफ सफाई का कार्य चल रहा है। जिसमें स्वीकृत कुल राशि सात लाख 34 हजार की राशि मे मजदूरी राशि छै लाख 65 हजार और सामग्री में 69 हजार की राशि खर्च किया जाना है वही इस कार्य मे कुल 312 को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।

जिला स्तरीय चयन ट्रायल एथलेटिक्स में 12, तीरंदाजी में 6 एवं हॉकी में 10 खिलाड़ी का चयन

० आवासीय खेल अकादमी में प्रवेश के लिए
गरियाबंद। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष से बिलासपुर व रायपुर में आवासीय खेल अकादमी आरंभ की जा रही है। यह एक आवासीय खेल अकादमी होगी, जिसमें हॉकी, एथलेटिक्स एवं तीरंदाजी के बालक-बालिका खिलाडिय़ों को खेल का नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। अकादमी में प्रवेश के लिए सर्वप्रथम राज्य के सभी जिलों में जिला सतर पर चयन ट्रायल का अयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में गरियाबंद जिला प्रशासन तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग, जिला गरियाबंद के तत्वावधान में जिला स्तरीय चयन ट्रायल का अयोजन 18 व 19 फरवरी 2021 को एथलेटिक्स खेल का चयन ट्रायल खेल मैदान पाण्डुका में, हॉकी का चयन ट्रायल क्रीड़ा परिसर मैदान गरियाबंद में तथा तीरंदाजी खेल का चयन ट्रायल शा.उ.मा.वि. परिसर फुलकर्रा में किया गया। जिला खेल अधिकारी दीनू पटेल ने बताया कि जिला के सभी विकासखण्डों से आये हुए सैकड़ों खिलाडिय़ों ने चयन ट्रायल में भाग लेकर अपने कौशल का प्रदर्शन किया। यह चयन ट्रायल 09 से 17 वर्ष आयु वर्ग के बालक-बालिका दोनों वर्गों के लिये आयोजित किया गया था। जिले से अंतिम रूप से चयनित बालक-बालिका खिलाडिय़ों की अधिकतम संख्या एथलेटिक्स में 12-12, तीरंदाजी में 06-06 एवं हॉकी में 10 (बालक वर्ग) आवासीय खेल अकादमी बिलासपुर व रायपुर में प्रवेश हेतु राज्य स्तर पर चयन ट्रायल हेतु भाग लेंगे।

उदन्ति सीतानदी अभ्यारण्य से सैकड़ों ग्रामीण पैदल पहुंचे कलेक्ट्रेट

गरियांबद। उदंती सीतानदी अभयारण क्षेत्र के तीन हजार के लगभग लोग उदंती सीतानदी राजापड़ाव मजदूर किसान संघर्ष समिति के बैनर तले गरियाबंद कलेक्ट्रोरेट भवन में अपनी विभीन्न मांगो को लेकर पदयात्रा व ट्रक्टरों के जरिये पहुचे जिज़मे अपनी मांगों को रखते हुए बताए कीअंचलो में तेंदूपत्ता संग्रहण का अधिकार दिया जाये एवं गांव – गांव में फडी खोलना .मूल्य बढ़ाना और गांव को पूर्ण अधिकार दिया जाय तेंदुपत्ता प्रति सैकड़ा 500 रूपये बुटा कटाई 400 रूपये बढ़ाया जाये ,उदंती सीतानदी अभ्यारण्य अचलो में तेंदूपत्ता संग्रहण करने का अधिकार दिया जाये गांव – गांव में तेंदूपत्ता फड़ी खोलने एवं कार्ड जरूरी बनाया जाये । मुशी चेकर प्रबंधक , बोरा भर्ती गांव के माध्यम से हो एवं वेतन बढ़ाया जाये । फड मुंशीयों का मानदेय प्रति मानक बोरा 150 रूपये एवं वनोपज कय विकय तेंदूपत्ता फड़ मुशियो को दिया जाये । तेंदूपत्ता संग्रहण भुगतान बोनस , दुर्घटना का सही मुआवजा पंचायतो में नगद भुगतान करें । तेंदूपत्ता संग्रहण करते समय जानवरों एवं अन्य कारणो से मृत्यु होने पर मुआवजा राशि 6.50,000 रूपये घायल होने पर मुआवजा राशि 4,50,000 रूपये , मामूली घायल होने पर मुआवजा राशि 60,000 रूपये दिया जाये । वनों के संरक्षण संवर्धन की दिशा में वन प्रबंधक समिति को पूर्ण रूपये जिम्मेदार दिया जाये । वनोपज का सही मूल्य बढ़ाया जाये । अभ्यारण क्षेत्रो में तेंदूपत्ता फड़ी नहीं खोलने से प्रति 18 वर्ष सदस्य को 5,000 रूपये भत्ता या मुआवजा दिया जाये । 2005 के पूर्व काबिज भूमि का वन अधिकार पट्टा दिया जाये । अभ्यारण एवं राजापड़ाव क्षेत्र में सड़क बिजली , पुल – पुलिया बनाया जाये । राजापडाव क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत भूतवेला में हाई स्कूल खोला जाये । मड़ी में मक्का खरीदी जनवरी – फरवरी माह में चालू करवाने की माग की गई है ।

वन विभाग सहित जिले में पाए गए 14 लोग कोरोना पॉजिटिव

गरियाबंद। लंबे अरसे के बाद एक बार फिर जिले में 14 लोग कोरोना पॉजिटिव से संक्रमित पाए गए हैं जिसमें वन विभाग के 2 रेंजर सहित कर्मचारी शामिल है । हैरानी की बात यह है कि सबसे ज्यादा मरीज इस बार वन विभाग में पाए गए हैं जो वन विभाग के विभाग के गरियाबंद एवं फिंगेश्वर के कर्मचारी अधिकारी बताए जा रहे हैं। इस वजह से अभी कुछ समय के लिए वन विभाग के कार्यालय कार्य की गति धीमी कर दिया गया है ।वही जिले में लापरवाही भी देखने को मिल रही है जगह-जगह शादी व अन्य आयोजन और निजी और सरकारी स्कूल भी खोल दिए गए हैं जहां नियमों का पालन होता नहीं दिख रहा है इसके बावजूद एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव की संख्या में इजाफा होना खतरे की घंटी है लग रहा था कि जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है पर एक बार फिर 14 लोगों का जिले में संक्रमित पाया जाना लापरवाह लोगों को समझाने के लिए काफी होगा पर कोरोना नियम का पालन जिले में होता नहीं दिख रहा है लोग यह बिना मास्क के बिना सैनिटाइजर लगाए और ना ही 2 गज की दूरी जैसे कोरोना के नियम को अपना रहे हैं स्वास्थ विभाग के उच्च अधिकारी नियम के पालन के लिए हमेशा लोगों से अपील कर रहे हैं पर नियम का पालन नहीं कर रहे ।

भ्रष्टाचार की हद पार कर रहे जलसंसाधन विभाग के अधिकारी और ठेकेदार

गरियााबंद। पूरे जिले में पिछलेे कई माह से जलसंसाधनन विभाग द्वारा करोड़ों की लागत से नहर लाइनिंग ,एनीकट निर्माण एवं तटबंध निर्माण जैसे अनेक विकास कार्य जारी है इसके बावजूद जल संसाधन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने ठेकेदारों को खुली छूट दे रखी जिस कारण कार्य में गुणवत्ता का कोई अता पता नहीं प्रशासन अपनी नींद से जागा नही है,और तमाम नियम कायदों को ताक में रखकर ठेकेदार धड़ल्ले से अपना कार्य कर रहे हैं तथा विभागीय कर्मचारी और अधिकारी कुम्भकर्णी में नींद में सोये हुवे है।यहाँ पर यह बताना लाजमी होगा कि जलसंसाधन विभाग उपसंभाग फिंगेश्वर के द्वारा करोड़ो रूपये खर्च कर शासन के मंशानुरूप किसानों को जल्द से जल्द जलाशय का पानी उनके खेतो तक पहुँचे इसलिए नहर में लाइनिंग का कार्य करवाया जा रहा है कि विभागीय उदासीनता और अधि कारियों के सांठ गांठ और ठेकेदार के अधिक से अधिक पैसे कमाने की लालच में यह कार्य पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता हुवा नजर आ रहा है।सबसे मजेदार बात यह है कि इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इस कार्य के बारे में जानकारी नही होगी या फिर वे भी जानबूझकर इस कार्य से अनजान बन रहे। इस प्रकार पूरे जिले में फिंगेश्वर, छुुरा ,पांडुका ,गरियाबंद, देवभोग आदि जगह नाहर लाइनिंग व अन्य कार्य जोरों से चल रहा है। जहां नियम के अनुसार 3 इंच की ढलाई होनी चाहिए वहां 2 इंच कर रहे हैं जैसे तैसे कार्य को अंजाम देकर ठेकेदार बारिश के पूर्व करने के फिराक में है जहां गुणवत्ता को लेकर कोई नियम कानून दिखाई नहीं दे रहेे हैं विभाग के आला अधिकारी कुंभकरण निद्रा में चले गए हैं।
ग्राम पंचायत सरकड़ा सरपंच, उपसरपंच व पंचगणो तथा ग्राम के लोगो ने बताया कि ठेकेदार के द्वारा जलाशय में निस्तारी के लिये रखे गये पानी का ही उपयोग नहर लाइनिंग में किया जा रहा है जबकि गर्मी के दिनों में ग्राम के लोग नहाने के लिये, पशुओं को धोने के लिये व अन्य निस्तार के लिये जलाशय के पानी का उपयोग करते है, साथ ही जलाशय से लगा हुवा जंगल है जहाँ रहने वाले जंगली जानवर भी गर्मी के दिनों में इसी जलाशय के पानी को पीकर अपना प्यास बुझाते है ऐसे में यदि ठेकेदार के द्वारा जलाशय के पानी का उपयोग नहर लाइनिंग में किया जाता है तो आने वाले समय मे गर्मी के दिनों में पानी की विकराल समस्या उत्पन्न हो सकती है।

Patrika Look

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