गांधी नहीं, चार्वाक की नीति पर चल रही है प्रदेश की सरकार: कौशिक
रायपुर : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सदन में बजट चर्चा के दौरान मल्टीनेशन कंपनी एनरान का उदाहरण देते हुए कहा कि किसी एक मुखिया के अदूरदर्शितापूर्ण निर्णय से क्या होता है यह कंपनी उसका उदाहरण है। उन्होंने बताया कि इस अमेरिकी कंपनी का कारोबार बहुत तेजी से बढ़ा, लेकिन एक सीईओ ने पूरी कंपनी को कर्ज में डूबो कर खत्म कर दिया।
प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि चार्वाक के सिद्धांत को आधार मानकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार चल रही है। इस नीति के तहत कर्ज लेकर घी पीने की चर्चा हमेशा रही है। उसी तरह से प्रदेश की सरकार भी काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार गांधी के रास्ते पर चलने का दावा करती है, लेकिन चार्वाक की नीति पर चल रही है।
बता दें कि चार्वाक प्राचीन भारत के एक अनीश्वरवादी और नास्तिक तार्किक थे। चार्वाक दर्शन मात्र प्रत्यक्ष प्रमाण को मानता है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा यह अदूरर्शिता का बजट है। प्रदेश में जब हमारी सरकार थी तब छत्तीसगढ़ को विकास की नई पहचान मिली थी। जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है तब से विकास थम गया है। उन्होंने कहा कि अपराध के नए गढ़ के रूप में छत्तीसगढ़ की पहचान बन गई है।
छत्तीसगढ़ का यह बजट दिशाहीन बजट है। इसके दूरगामी परिणाम बेहद ही नकारात्मक होगा। हर वर्ग को जो उम्मीद थी वह पूरा नहीं हो रहा। न बेघरों को घर है। यह सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए केवल मनगढ़त बातें कर भ्रम फैला रही है, जिसे छत्तीसगढ़ की जनता भलीभांति जानती है। कौशिक ने अंत में शायरी से सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि न उम्मीदों को पर दिया, न बेघरों को घर दिया, वादा किया था खुशियों का, हर एक के हिस्से में गम दिया।
चारा घोटाला से बड़ा घोटाला साबित होगा
भाजपा के शिवरतन शर्मा ने कहा कि गोठान समितियों के लिए बनाए गए नियमों का पालन नहीं हो रहा है। कार्यकर्ताओं को सदस्य बना दिया है। आने वाले समय में यह चारा घोटाला से बड़ा घोटाला साबित होगा। उन्होंने राजीव गांधी न्याय योजना में सभी किसानों को शामिल करने की मांग की। तीन विकास बोर्ड के गठन को लेकर उन्होंने कहा कि इससे उस वर्ग के लोगों को कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि सरकार का स्थापना व्यय बढ़ेगा।