जंबो कार्यकारिणी से जिलों में असंतोष थामने की कोशिश कर रही कांग्रेस
रायपुर छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में नियुक्तियों का सिलसिला तेजी से चल रहा है। एक के बाद एक पार्टी के जिलाध्यक्ष अपनी कार्य कारिणी जारी कर रहे हैं। अब तक घोषित ज्यादातर जिला कार्यकारिणी में पदाधिकारियों की संख्या पिछली बार से अधिक है। जंबो कार्यकारिणी को पार्टी संगठन में पनपने वाले असंतोष को थामने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
प्रदेश में कांग्रेस के करीब आधा दर्जन संगठन द्वारा जिला की कार्यकारिणी घोषित की गई है। इसमें रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग ग्रामीण समेत अन्य शामिल है। रायपुर और बिलासपुर की जिला कार्यकारिणी में दो सौ से ज्यादा लोगों को स्थान दिया गया है। पिछली बार बिलासपुर जिला की कार्यकारिणी में 245 लोग थे, इस बार 295 लोगों को स्थान दिया गया है।
इसमें विशेष आमंत्रित सदस्य भी शामिल हैं। वहीं, नारायणपुर जिले के कार्यकारिणी सदस्यों की सूची में 44 लोगों को स्थान दिया गया है। यह पिछली बार के 50 की तुलना में कम है, लेकिन बताया जा रहा है कि नई कार्यकारिणी में अभी कुछ और पदों पर नियुक्तियां होनी बाकी है। ऐसे में वहां भी कार्यकारिणी में पदाधिकारियों और सदस्यों की संख्या पिछली बार से अधिक हो जाएगी।
जून 2019 से चल रही है संगठन में बदलाव की कवायद
करीब डेढ़ दशक तक प्रदेश में विपक्ष में रही कांग्रेस को सत्ता में लाने का श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया जाता है। बघेल के पीसीसी अध्यक्ष रहते ही पार्टी सत्ता में आई। इस वजह से उन्हें मुख्यमंत्री का पद दिया गया। इसके बाद संगठन में बदलाव की तैयारी होने लगी। जून 2019 में मोहन मकराम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद से नए संगठन की कवायद शुरू हुई, लेकिन प्रदेश स्तर पर संगठन की घोषणा में काफी वक्त लग गया।