जल जंगल जमीन पर पहला हक आदिवासियों का, यहा पर स्थापित उद्योग में बस्तर के बेरोजगारों का हक- प्रमुख धनंजय सिंह परिहार
कोंडागांव। बस्तर के बेरोजगारों को बस्तर में स्थापित नगरनार स्टील प्लांट में रोजगार उपलब्ध करने व निजीकरण के विरोध में सैकड़ो की संख्या में शिवसेना की पदयात्रा कर अपना विरोध दर्ज कराया हैं। आपको बतादे की शिवसेना द्वारा बस्तर संभाग के प्रवेश द्वार चारामा से नगरनार इस्पात संयंत्र के निजी करण के विरोध में एवं बस्तर संभाग के हर जिले में उद्योग प्रारंभ कर बस्तरिया बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग को लेकर प्रारंभ हुआ।
धनंजय सिंह परिहार ने कहा बस्तर के उद्योग में बस्तर के रोजगारों को रोजगार
प्रदेश शिवसेना प्रमुख धनंजय सिंह परिहार ने कहा कि बस्तर में पांचवी अनुसूची लागू और यहां की जल जंगल जमीन पर आदिवासियों का हक हैं और यहां पर स्थापित सभी उद्योगों में
सबसे पहले रोजगार का हक यहां के लोगों का हैं, पर केंद्र सरकार के द्वारा स्थानीय बेरोजगार को रोजगार उपलब्ध तो नही करा पा रही हैं बल्कि उद्योग को निजीकरण किए जाने की तैयारी हैं। जब उद्योग उद्योगपति के हाथ चला जएगा तो स्थानीय लोगों के बजाए बाहरी लोगों को रोजगार दिया जाएगा जिसका हम विरोध करते हैं।
कांग्रेस और भाजपा पर भी लगाया आरोप
प्रदेश के अंदर भाजपा के बाद आम जनता ने कांग्रेस को चुनाव में प्रदेश की सरकार पर बैठाया किंतु कांग्रेस आज प्रदेश में आम जनता के शोषण में पूर्ण रुप में लिप्त हो गई है । पूरे प्रदेश में कांग्रेस के नेताओं के द्वारा सभी सरकारी योजनाओं में खुलेआम भ्रष्टाचार कर अपने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं एवं अपने चाहते अधिकारियों को उपकृत कर रहा है और विपक्ष में बैठी भाजपा के लोग कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं बोलने से बच रही हैं ।