दो दशक में तिगुनी हुई शहर की आबादी, ढाई गुना बढ़ा अपराध
रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार अपराधी सिर उठा रहे हैं। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 20 साल यानी दो दशक में ढाई गुना अपराध बढ़ गया है। इस दौरान रायपुर की आबादी तिगुनी हो गई है। राज्य निर्माण के बाद हर साल चार से पांच हजार केस दर्ज हो रहे थे। वर्तमान में इनकी संख्या तक 12 हजार तक पहुंच गई है। पुलिस का हाल यह है कि सीमित संसाधन व कम बल संख्या के भरोसे व्यवस्था बनाने में जुटी है। अधिकतर अपराध में बाहरी अपराधियों का ही हाथ निकला है। इसके बावजूद पुलिस ने कई चर्चित मामले सुलझाए भी हैं।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद हर साल चार से पांच हजार मामले दर्ज किए जा रहे थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में अपराध में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। हालत यह है कि पांच हजार का आकंड़ा वर्ष 2020 तक 12 हजार तक पहुंच चुका है।
दरअसल राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ रहे अपराध की वजह शहर का बढ़ता दायरा और आसपास के राज्यों से लोगों की आवाजाही है। अनजान लोगों की सही तरीके से निगरानी न होने के कारण अपराधी तत्व अपराध को अंजाम देकर भाग निकलते हैं।
एक्शन प्लान नहीं, डीजीपी भी दे चुके हैं निर्देश
बढ़ रहे अपराध को रोकने और अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस के पास कोई एक्शन प्लान नहीं है। अक्सर बैठकों में डीजीपी डीएम अवस्थी इसे लेकर निर्देश देते आए हैं। उनका कहना है कि अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए एक्शन प्लान बनाकर कार्य करें, ताकि आम लोगों को पुलिसिंग होती हुई दिखाई दे। वाहन जांच के दौरान गुंडे-बदमाश प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखकर कार्रवाई करें।