दो माह में 20 फीसद महंगे हुए कपड़े, नहीं मिल रहे काले रंग
रायपुर। बीते साल त्योहारी सीजन के बाद से कपड़ों की मांग में जबरदस्त तेजी आनी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि इन दो माह में ही कपड़ों की कीमतों में 20 फीसद की बढ़ोतरी हो गई है। लिनन फैब्रिक के दाम में तो 100 रुपये मीटर तक की तेजी आ गई है।कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि दिसंबर में ही कपड़ा कंपनियों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही काला रंग भी नहीं मिल पा रहा है। बताया जा रहा है कि चीन से आयात प्रभावित होने के कारण इनकी कीमतों में असर पड़ा है। आने वाले दिनों में भी इनकी कीमतों में किसी भी प्रकार से कमी के संकेत नहीं है। साड़ियों की कीमतों में भी 25 फीसद तक की तेजी है। कपड़ा कारोबारी प्रवीण देवड़ा ने बताया कि ड्यूटी बढ़ने के कारण ही यह तेजी आई है। इसके चलते धागे, कलर, स्पिनंग के लिए उपयोग में आने वाला केमिकल महंगा हो गया है। यार्न की कीमतों में भी तेजी आ गई है। कपड़ों में आई यह तेजी शूटिंग-शर्टिंग के साथ ही रेडीमेड कपड़ों पर भी आ गई है। लिनन में जहां 100 रुपये मीटर की तेजी है। वहीं गीजा शर्टिंग में 50 रुपये मीटर की तेजी है।