नक्सलगढ़ से फरियाद लेके पहुंचे ग्रामीणों का कलेक्टर ने समस्याओं को तत्काल दूर करने के लिए 3 मार्च को शिविर लगाने का आदेश
कोंडागांव। घोर नक्सल इलाके से 7 आदिवासी 41 पुराने राशन कार्ड लेकर, राशन न मिलने से परेशान आदिवासी ग्रामीण पहुंचे थे कलेक्टर कार्यालय। आदिवासियों की पीड़ा सुन कलेक्टर ने अधिकारियों को गांव में शिविर लगाने का दिया आदेश ।
आपको बतादें कि जिला मुख्यालय से लगभग 48 किलोमीटर दूर स्थित अति संवेदनशील इलाका अंतर्गत आने वाले ग्राम तुमड़ीवाल के आश्रित ग्राम बेड़मा से ग्रामीण हाथों में थैला व राशन कार्ड लिए सोमवार को जिला कार्यालय कोंडागांव पहुंचे, आदिवासी समुदाय से आने वाले ग्रामीणों ने कहा पिछले 10 वर्षों से हमें राशन नहीं मिल रहा, पुराने राशन कार्ड को लेकर आज कलेक्टर से मुलाकात करने पहुंचे हैं। पहले हमे शासकीय उचित मूल्य की दुकान से सरकारी राशन मिल रहा था,
फिर अचानक राशन मिलना बंद हो गया, स्थानीय सरपंच-सचिव से पूछने पर मात्र आश्वासन दिया जा रहा , इंतजार करते लगभग 10 साल बित गए, हमें राशन नहीं मिल रहा है। वंही आश्रित ग्राम बेडमा में स्थित एक मात्र हेंड पम्प विगत कई साल से खराब हो गया है। जिससे हम सभी को झरिया का पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसलिए हम सभी ग्रामवासी राशन कार्ड व हैंडपंप की समस्या लेकर आज जिला कार्यालय पहुंचे हैं। वही आदिवासी ग्रामीण कलेक्टर की बाते सुन व अपने कार्यो का निराकरण होने पर ग्रामीण कलेक्टर को सदा खुश रहने व तरक्की करने की कामना की।
कलेक्टर कोंडागांव ,पुष्पेंद्र कुमार मीणा गांव की समस्या को देखते हुए तत्काल 3 मार्च को ग्राम तुमड़ीवाल में राशन कार्ड ,आधार कार्ड, हैंडपंप उत्खनन, स्वास्थ्य शिविर सहित अन्य समस्याओं को निदान के लिए गांव मे शिविर लगाने के संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया हैं।