रायपुर। रायपुर में सोने का जेवर उड़ाने वाले गिरोह की महिला सरगना अब भी फरार है। पुलिस उसे दबोचने के लिए छापेमारी कर रही है। राजधानी रायपुर के सदर बाजार स्थित महावीर अशोक ज्वेलरी शाप में पिछले महीने जेवर देखने के बहाने साढ़े पांच लाख के सोने के कंगन उड़ाने वाली कानपुर की दो शातिर महिलाओं को पंद्रह दिन पहले पुलिस टीम गिरफ्तार कर रायपुर लाई थी, लेकिन सरगना पूनम देवी फरार हो गई थी।
पुलिस टीम ने दोबारा कानपुर देहात में जाकर मंगलवार को कई स्थानों में दबिश दी लेकिन सफलता नहीं मिली। पूर्व में गिरफ्तार महिलाओं में पूनम की मां पुष्पा देवी और प्राची तिवारी पकड़े गए थे। दोनों के पास चोरी के कंगन बरामद नहीं हुए थे। ये कंगन पूनम के पास हैं। उसकी तलाश में ही रायपुर पुलिस की टीम कानपुर देहात में दबिश दे रही है।
22 फरवरी को रायपुर के सदर बाजार में महावीर अशोक ज्वैलर्स में ग्राहक बनकर पहुंचीं तीन महिलाओं ने साढ़े पांच लाख रुपये के कंगन पार कर दिए थे। सीसीटीवी कैमरे में उनकी करतूत कैद हुई थी। इसके बाद रायपुर पुलिस ने कानपुर के बर्रा के जरौली फेस वन से दो महिलाओं श्यामा यादव उर्फ पुष्पा उर्फ शशि व उसकी पड़ोसन प्राची तिवारी को गिरफ्तार कर यहां लाई थी, लेकिन श्यामा की बेटी व गिरोह की सरगना पूनम फरार हो गई थी।
उसे पकड़ने के लिए बर्रा पुलिस भी रायपुर पुलिस की मदद कर रही है। आरोपित महिलाओं के फोन की काल डिटेल के आधार पर पूनम की तलाश की जा रही है। दिसंबर 2020 में श्यामा को कानपुर के पनकी गंगागंज की दुकान से सोने की चेन चोरी के मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था। आरोपित महिलाओं ने वर्ष 2013 में मध्य प्रदेश के सागर में भी ज्वैलरी शाप से चोरी की थी। सागर पुलिस को भी उनकी तलाश है।
मां-बेटी ने बनाया है गिरोह
गिरफ्तार पुष्पा देवी और फरार सरगना पूनम देवी रिश्ते में मां-बेटी हैं। दोनों पहले भी चोरी के मामले में कानपुर जेल जा चुकी हैं। गिरोह में 10 से अधिक महिलाएं शामिल हैं। ये महिलाएं आदतन अपराधी हैं। फिलहाल फरार पूनम की तलाश की जा रही है।