मंत्री अमरजीत भगत से संबंधित विभागों की वर्ष 2021-22 के लिए 5154.50 करोड़ रूपए की अनुदान मांगे पारित
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण, संस्कृति और योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग की वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए कुल 5154 करोड़ 50 लाख 73 हजार रूपए की अनुदान मांगे पारित हुई। इसमें खाद्य विभाग का 4 हजार 867 करोड़ 55 लाख रूपए, संस्कृति विभाग के लिए 51 करोड़ 59 लाख 93 हजार रूपए और योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के लिए 235 करोड़ 35 लाख 80 हजार रूपए का बजट शामिल है।
खाद्य विभाग के लिए पारित बजट में वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 854 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। इसी प्रकार यूनिवर्सल पीडीएस के क्रियान्वयन के लिए 3 हजार 400 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान प्रस्तावित है। बस्तर संभाग के जिलों में गुड़ वितरण के लिए 50 करोड़ रूपए, फोर्टिफाईड राईस वितरण के लिए 5 करोड़ 80 लाख रूपए, उचित मूल्य की दुकानों के कम्प्यूटरीकरण के लिए 8 करोड़ रूपए, उचित मूल्य की दुकानों को आर्थिक सहायता के लिए 85 करोड़ रूपए, पहुंचविहीन दुकानों में राशन सामग्री के अग्रिम भण्डारण के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। इसी तरह राज्य के खाद्य सुरक्षा कानून के प्रावधानों की सुचारू क्रियान्वयन के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में खाद्यान्न व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री खाद्यान्न सहायता योजना में 3 हजार 400 करोड़ रूपए, शक्कर के लिए 100 करोड़, चना के लिए 171 करोड़, नमक के लिए 49.34 करोड़ तथा अंत्योदय अन्य योजना में अन्नपूर्णा योजना के प्रासंगिक खर्चो के लिए 10.29 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। राज्य में खाद्यान्न भण्डारण क्षमता के विकास के लिए 45 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान प्रस्तावित है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए संस्कृति विभाग के लिए पारित कुल बजट में से छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम के लिए 60 लाख रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। छत्तीसगढ़ी राज भाषा आयोग के लिए एक करोड़ 47 लाख 32 हजार रूपए, कलाकारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के लिए 38 लाख रूपए, कलाकार कल्याण योजना में 20 लाख रूपए, मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना में 10 लाख रूपए, प्रदेश के कलाकारों, कला समूहों को प्रोत्साहन देने एवं संवर्धन के लिए 2 करोड़ 25 लाख रूपए, कला विथिकाओं को अनुदान के लिए 5 लाख रूपए, प्राचीन संगीत की दुर्लभ शैलियां व वाद्य यंत्रों के लिए सहायता हेतु 6 लाख 60 हजार रूपए, सार्वजनिक पुस्तकालए के लिए 21 लाख रूपए एवं विभिन्न राज्य स्तरीय सम्मान के लिए 40 लाख 32 हजार रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। छत्तीसगढ़ी लोक कला संगीत अकादमी एवं लोक गीतों व लोक नृत्यों के संरक्षण के लिए 50 लाख रूपए, छत्तीसगढ़ी लोक कला एवं नृत्यों पर आधारित लघु के लिए, डाक्यूमेंट्री एवं संवर्धन कार्य के लिए 2 करोड़ रूपए और सिरपुर में सांस्कृतिक विकास के लिए 25 लाख रूपए का बजट प्रावधान रखा गया है। छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद के लिए 50 लाख रूपए का प्रावधान वर्ष 2021-22 के बजट में किया गया है।
योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के तहत राज्य योजना के सुदृढ़ीकरण व अनुसंधान योजना के लिए 8 करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। नवाचारों का बौद्धिक सम्पदा अधिकार योजना के लिए 2 करोड़ रूपए एवं जिला योजना के सुदृढ़ीकरण के लिए 65 लाख रूपए का बजट प्रावधान किया गया है।