छत्तीसगढ़

महिला उत्पीड़न रोकने में परिवार और समाज की महत्वपूर्ण भूमिका: सपना पाटील

रायपुर।  इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना की महिला इकाई द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला उत्पीड़न एवं सशक्तीकरण विषय पर आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जय हरीतिमा महिला समिति की अध्यक्ष सपना पाटील ने किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि महाविद्यालय, रायपुर के अधिष्ठाता डा. एसएस राव ने की। मुख्य अतिथि की आसंदी से सपना पाटील ने कहा कि महिलाओं के उत्पीडन के अनेक प्रकार हैं। महिलाओं पर उत्पीड़न की शुरुआत घर से होती है और बाद में सामाजिक स्तर पर पहुंचती है। इसकी वजह जानकर इसे दूर करने का प्रयास किया जाना अति आवश्यक है।

उत्पीड़न के प्रकरणों में वृद्धि

कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के शारीरिक शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष एवं अधिष्ठाता डॉ. रीता वेणु गोपाल ने महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि कोरोना महामारी काल के दौरान महिलाओं का कार्य प्रभावित हुआ है।

लाकडाउन के दौरान महिलाओं के ज्यादातर घर में ही रहने के कारण महिला उत्पीड़न के प्रकरणों में वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने महिला उत्पीड़न के समाधान के संबंध में उपस्थित प्रतिभागियों से चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्य को एक महत्वपूर्ण संपत्ति कहा तथा योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए महिलाओं का आह्वान किया।

निदेशक सेंट्रल आफ विमेन स्टडी जूही सिंह राजपूत तथा कृषि विश्वविद्यालय की प्राध्यापक डा.जयालक्ष्मी गांगुली ने भी महिला उत्पीड़न एवं सशक्तीकरण विषय अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुबुही निषाद ने किया। इस आनलाइन कार्यक्रम में लगभग 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

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