रायपुर। भिलाई के औद्योगिक क्षेत्र में हरियाली लाने के नाम पर रोपे गए पौधे गायब हो गए हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि वन विभाग का यह बड़ा भ्रष्टाचार है। 2016-17 में वन विभाग द्वारा हथखोज स्थित जिला उद्योग केंद्र की जमीन पर रोपे गए नीलगिरी के पौधे गायब हो गए हैं। इसी जमीन पर इंजीनियरिंग पार्क है।
2016-17 में औद्योगिक क्षेत्र में हरियाली लाने के नाम पर नीलगिरी के 13 हजार 328 पौधे रोपे गए थे। इसलिए इस योजना को क्लोनल नीलगिरी रोपण अभियान नाम दिया गया था। अक्सर वन विभाग की लापरवाही पौधों के संरक्षण को लेकर सामने आती है। वन विभाग ने पौधे तो लगा दिए, पर इसकी देखभाल व संरक्षण नहीं किया। धीरे-धीरे पौधे गायब हो गए। हरियाली के नाम पर लगाए गए पौधों की जगह यहां बंजर जमीन नजर आती है, तथा कुछेक पौधे ही नजर आते हैं।
56 लाख रुपये हुए थे खर्च
औद्योगिक क्षेत्र में पौधारोपण के लिए गरियाबंद से नीलगिरी के 13 हजार 328 पौधे मंगाए गए थे। एक पौधे की कीमत तीन से पांच रुपये थी। परिवाहन खर्च, पौधे लगाने का खर्च, फेंसिंग, इसका संरक्षण तथा देखभाल मिलाकर 56 लाख रुपये खर्च किया गया था। सात साल ही में 56 लाख रुपये पानी में बह गया। तीन बाई दो के अंतराल में कुल आठ हेक्टेयर रकबा में पौधारोपण किया गया था।