भारत को दुनिया की दो सबसे सस्ती वैक्सीन मिल रही है। सरकार की ओर से की गई थोक खरीद में सीरम की कोविशील्ड प्रति डोज 200 रुपये और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की एक डोज 206 रुपये में पड़ रही है। इन दोनों के बाद सबसे सस्ती वैक्सीन रूस की स्पुतनिक-पांच और अमेरिका की जॉनसन एंड जॉनसन की हैं, जिनकी कीमत 734 रुपये प्रति डोज है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सीरम की कोविशील्ड की तुलना में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को अधिक कीमत में खरीदे जाने की अटकलों को खारिज कर दिया। उनके अनुसार सीरम को सरकार ने 200 रुपये की दर से एक करोड़ 10 लाख डोज वैक्सीन का आर्डर दिया है। वहीं भारत बायोटेक को 295 रुपये की दर से 38.5 लाख डोज का आर्डर दिया गया है, लेकिन भारत बायोटेक सरकार को 16.5 लाख डोज मुफ्त देने जा रही है। इस तरह भारत बायोटेक कुल 55 लाख डोज सरकार को देगी। इस तरह सरकार उसे वैक्सीन की एक डोज की कीमत औसतन 206 रुपये ही अदा करेगी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं साफ किया कि आगे की सरकारी खरीद के लिए इन वैक्सीन की कीमत क्या होगी। वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए फिलहाल लोगों को दोनों वैक्सीन में किसी एक को चुनने की छूट नहीं होगी। आने वाले महीनों में अधिक विकल्प होने और वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने के बाद लोगों को इनमें से किसी एक को चुनने की छूट होगी। मंगलवार तक वैक्सीन की 54 लाख 72 हजार डोज मिल चुकी है। 14 जनवरी तक वैक्सीन की सारी डोज यानी सीरम इंस्टीट्यूट से 1.10 करोड़ और भारत बायोटेक से 55 लाख डोज मिल जाएगी। कोविशील्ड और कोवैक्सीन के अलावा देश में चार अन्य वैक्सीन का विभिन्न चरणों में क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। इनमें स्पुतनिक-पांच के तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है और जायडस कैडिला की वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा बायोलॉजिकल ई की वैक्सीन के पहले चरण का परीक्षण चल रहा है और जेनोवा के फेज एक ट्रायल की अनुमति दी जा चुकी है। नीति आयोग के सदस्य और वैक्सीन को लेकर गठित टास्क फोर्स के सह अध्यक्ष वीके पॉल ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन दोनों सुरक्षित वैक्सीन बताया।
– अन्य देशों की तुलना में भारत को सस्ती वैक्सीन मिल रही है। उनके अनुसार इस समय लगभग 50 देशों में कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है।
– फाइजर की वैक्सीन की एक डोज की कीमत 1,431 रुपये, मॉडर्ना वैक्सीन की एक डोज की कीमत 2,348 रुपये से 2,715 रुपये, चीनी कंपनी सिनोफार्म की 5,650 रुपये, सीनोवैक बायोटेक की 1,027 रुपये और नोवावैक्स की एक डोज की कीमत 1,114 रुपये है।
– शनिवार से शुरू होने जा रहे टीकाकरण के लिए लगभग साढ़े लाख लोगों को प्रशिक्षित किया गया है। इनमें 2,360 मास्टर ट्रेनर, 61 हजार प्रोग्राम मैनेजर, दो लाख वैक्सीनेटर और 3.7 लाख अन्य लोग शामिल हैं।
– केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के अनुसार वैक्सीन लगाने के लिए लोंगों को मतदान की तरह अपना कोई भी पहचान पत्र दिखाना होगा।
– इन पहचान पत्रों में आधारकार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट के साथ-साथ मनरेगा का जॉबकार्ड और बैंक या पोस्ट आफिस का फोटो लगा पासबुक तक शामिल हैं।
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– इन पहचान-पत्रों की सूची सभी स्थानीय भाषाओं में वैक्सीन केंद्रों पर लगाई जाएगी ताकि किसी को दिक्कत नहीं हो।
– खुले बाजार में एक हजार रुपये में मिलेगी कोविशील्ड
– सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि सरकार के अनुरोध पर कंपनी ने पहले 10 करोड़ डोज का दाम 200 रुपये प्रति डोज रखा है।
– खुले बाजार में इसका दाम 1000 रुपये प्रति डोज होगा। हालांकि, अभी सरकार से खुले बाजार में इसे बेचने की अनुमति नहीं मिली है।