प्रभु यीशु का स्वर्गारोहण पर्व आज – गिरजाघरों में आनलाइन आराधना
रायपुर। प्रभु यीशु का स्वर्गारोहण पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। जिस दिन प्रभु पुनर्जीवित हुए थे, यानी ईस्टर, प्रभु के मृत्युंजन होने के 40वें दिन यह पर्व मनाया जाता है। इस दिन प्रभु यीशु मसीह स्वर्ग पर बादलों में उठा लिए गए थे। फिर वे परमेश्वर के दाहिने हाथ पर विराजमान हुए। उन्होंने अपना देवत्व फिर से प्राप्त किया। इस मौके पर गिरजाघरों से ऑनलाइन विशेष आराधनाएं शाम छह बजे प्रसारित होंगी।
राजधानी में सेंट पॉल्स कैथेड्रल में छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप राइट रेव्ह. रॉबर्ट अली इस अवसर पर प्रमुख वक्ता होंगे। वे महान आज्ञा विषय पर प्रवचन करेंगे। इसके साथ ही लूका शास्त्रपाठ भी होगा। प्रभु भोज का पवित्र संस्कार भी होगा। आराधना का संचालन डायसिस के वाइस चेयरमैन पादरी अजय मार्टिन करेंगे।
प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि ग्रेस चर्च के पादरी शमशेर सामुएल, सेंट जेकब चर्च जोरा के पादरी असीम प्रकाश विक्रम और सेंट मैथ्यूस चर्च के पादरी सुनील कुमार तथा खड़वा चर्च के डीकन एमआर पतरस, डीकन मारकुस केजू, सेवक अब्राहम दास व इस्माइल मसीह भी शामिल होंगे। पूरी आराधना का प्रसारण आनलाइन होगा, जिसे डायसिस के लिंक से देखा जा सकेगा। कई चर्चों में स्वर्गारोहण पर्व रविवार को मनेगा।
स्वर्गारोहण पर्व भी क्रिसमस व ईस्टर की तरह महत्वपूर्ण – आर्च बिशप
कैथोलिक आर्च डायसिस के आर्च बिशप राइट रेव्ह. विक्टर हैनरी ठाकुर ने स्वर्गारोहण पर्व के बारे में बताया कि प्रभु यीशु क्रूस पर ईश्वरीय आज्ञा पूरी करके, मानव जाति को पापों से मुक्त दिलाने की खातिर क्रूस पर कुर्बान हुए। इसके बाद तीसरे दिन जीवित हुए। वे ईश पुत्र थे और स्वर्ग से अपने पिता परमेश्वर की इच्छा पूरी करने आए थे।
उन्होंने कहा था कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहोगे। इसलिए मसीहियों का विश्वास है कि मरणोपरांत स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत जीवन की संगति करेंगे। प्रभु यीशु ने स्वर्गारोहण के पहले यह वादा भी किया था कि मैं तुमको अनाथ नहीं छोड़ूंगा। एक सहायक भेजूंगा। वह है पवित्रात्मा। जैसे मैं महिमा के साथ स्वर्ग पर जा रहा हूं उसी तरह मुझे वापस आते भी देखोगे।