जालंधर (सोनू): कोरोना वायरस संकट जब से शुरू हुआ है तब से ही कई ऐसी भयानक तस्वीरें सामने आ रही है। इन तस्वीरों ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर इंसान से ऐसी क्या गलती हुई है जो भगवान ये सब दिखा रहा है।
ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला आज जालंधर में देखने को मिला जहां रामनगर में एक पिता अपनी 11 साल की बच्ची का शव कंधे पर उठाकर उसका संस्कार करने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार उड़ीसा का रहने वाला है ये परिवार फिलहाल जालंधर में रह रहा था। दिलीप कुमार नाम का ये शख्स अपनी दो बेटियां और एक बेटे के साथ फिलहाल जालंधर के रामनगर में रह रहा है ।
कुछ समय पहले उसकी एक बेटी जिसका नाम सोनू था अचानक बीमार हो गई जिसके बाद उसे वह अमृतसर के एक अस्पताल में ले गया जहां इलाज के दौरान उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई । लेकिन इलाज दौरान लड़की की मौत हो गई। जिसके बाद पिता उसे अपने घर लेकर आया और जब उसको अंतिम संस्कार करने के लिए तैयारियां शुरू हुई तो इलाके के लोगों ने अंतिम संस्कार में बेटी को कंधा देने से मना कर दिया।
इसके बाद मजबूरन दिलीप कुमार को अपनी बेटी को अपने कंधे पर लाद कर खुद ही श्मशान घाट अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा। ये दयनीय तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है। इस संबंधी एक वीडियो भी शायर किया जा रहा है। उसके पीछे एक बच्चा भी चल रहा है जो शव को बार बार उप्पेर की और कर रहा है ताकि वो नीचे लटके न। बुजुर्ग की मदद के लिए कोई सामने नहीं आया जबकि सैंकड़ों लोग दूर से ही तमाशा देख रहे थे। इस तस्वीर के सामने आने के बाद जालंधर में प्रशासन और एम्बुलेंस के प्रबंधों के तमाम दावों की पोल खुल गई है।