मुख्य सचिव ने वर्चुअल बैठक में कोरोना संक्रमण और नियंत्रण की समीक्षा ली
रायपुर। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने शनिवार को वर्चुअल बैठक से कोरोना संक्रमण और नियंत्रण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश के कलेक्टरों, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और नगर निगम आयुक्तों को प्रदेश में कोविड संक्रमण के नियंत्रण के लिए बेहतर प्रबंधन के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्तमान में कोरोना संक्रमण की प्रतिशत कम होने पर कलेक्टरों के बेहतर कार्य की सराहना की। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ समन्वय कर अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में वेंटिलेटर, आईसीयू बेड सहित उपकरणों की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों एवं कोविड सेंटरों में सभी जरूरी दवाइयां उपलब्धा तय हो। बैठक में प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति की जानकारी ली।
मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप वैक्सीनेशन में अंत्योदय और बीपीएल परिवारों को भी फ्रंटलाइन वॉरियर और अन्य लोगों के साथ प्राथमिकता देने के लिए कलेक्टरों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से सीजी टीका एप तैयार किया गया है। इसके माध्यम से टीकाकरण के लिए सभी वर्गों का पंजीयन कराया जाना है। रविवार से होने वाले टीकाकरण को सीजी टीका एप के माध्यम से किया जाए। साथ ही वेब पोर्टल पर सभी आवश्यक जानकारी अपलोड किया जाना भी तय करें। ताकि आम लोगों को टीकाकरण के लिए अनावश्यक रूप से लाइन लगना न पड़े। मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि आगामी 20 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छत्तीसगढ़ के 6 जिले बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा, बिलासपुर और सूरजपुर जिले के कलेक्टरों से वीडियों कांफ्रेंसिग के माध्यम से सीधे संवाद करेंगे। इन जिलों में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण के उपायों सहित सभी अन्य जानकारी अद्यतन कर ली जाए। वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. आलोक शुक्ला, खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव जैन ने कहा कि वर्तमान में कोरोना प्रकरणों का ट्रेंड डाउनवर्थ हो रहा है। विगत एक सप्ताह के कोरोना रिपोर्ट से कोरोना संक्रमण की दर में काफी कमी आई है। आज की स्थिति में कोरोना संक्रमण की दर 12 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मरीजों की बेहतर देख भाल की जाए। इससे कि मरीज गंभीर स्थिति में न आए। उन्होंने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने कोविड के साथ-साथ सभी शासकीय अस्पतालों में स्थायी रूप से वेंटिलेटर, आईसीयू और आॅक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाया जाए, ताकि भविष्य में भी इसका उपयोग किया सके। उन्होंने शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने और शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन कराने पर बल दिया।
ऐसे परिवार जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है या एप में जानकारी दर्ज कराने के लिए सक्षम नहीं है, उनके लिए सभी टीकाकरण केन्द्रों में टीकाकरण पंजीयन के लिए हेल्पडेस्क स्थापित किया जा रहा है। टीकाकरण के प्रति जागरूकता के लिए इन केन्द्रों में सेल्फी जोन भी स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अभी समाप्त नहीं हुई है। हमें सतत रूप से कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के साथ-साथ सभी आवश्यक सावधानियां बतरना भी आवश्यक है। उन्होंने कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के लिए भी कलेक्टरों को सभी आवश्यक तैयारियां रखने के निर्देश दिए। बैठक में खरीफ फसल 2020-21 में उपार्जित धान के उठाव एवं मिलिंग की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव जैन ने बारिश के मौसम के मद्देनजर समितियों और धान संग्रहण केन्द्रों में उपलब्ध धान का उठाव और शीघ्र मिलिंग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पुल में चावल जमा करने के बाद बचे हुए धान को खुली निविदा के माध्यम से विक्रय करना तय करें।