बारूद की गंध के बीच काव्य रस धार वर्ष 2021 के “छत्तीसगढ़ काव्य श्री” से विभूषित हुए मुस्कुराता बस्तर
कोंडागांव। विश्व हिन्दी रचनाकार मंच हिन्दी भाषा के प्रचार प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित। मन तब खुशी से लबरेज हो जाता है जब हम पढ़ते हैं कि कभी नक्सलगढ़ कहे जाने वाले बस्तर में बारूद की गंध के बीच कविता की ठनक और कसक भरी आगाज,साहित्य की वो युवा बुलंद आवाज जो छत्तीसगढ़ भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अनेक हिस्सों में सोशल मीडिया और साहित्यिक पत्रिकाओं के माध्यम से आगाज करता है कि मैं मुस्कुराता बस्तर हूं। और इस धरा पर कलमवीरों की हौसला अफजाई करने के लिए रसिया, मारिशस,सउदी अरब से लेकर विश्व के कोने कोने के लोग प्रोत्साहित करते रहते हैं। अपनी उपस्थिति कलम के बल पर दुनिया के समक्ष रखने वाले इस युवा कलमकार विश्वनाथ देवांगन उर्फ मुस्कुराता बस्तर के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर युवा चेहरा जो आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है। बस्तर के कोंडागांव जिला मुख्यालय के पास ही गांव भीरागांव(ब) में जन्म। उच्च शिक्षा प्राप्त। साधारण व सरल सहज व्यक्तित्व। हमेशा चेहरे पर मुस्कुराहट की असाधारण आभा । पेशे से ग्राम पंचायत सचिव,ग्राम पंचायत चौड़ंग जनपद पंचायत कोंडागांव जिला कोंडागांव में पदस्थ। युवा खोजी लेखक,पर्यटन विद, प्रेरवक्ता,एक्टर,एंकर,खेल,फिल्म संगीत, शोधार्थी।
कलमकार साथ हीकलाकार, गीतकार, अभिनीत हल्बी फिल्में यूट्यूव पर प्रकाशित। बस्तर साहित्य, कला, लोक संस्कृति को विश्व पटल पर मुखर होकर रखने से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित। ग्रामीण जनजाति का गहन अध्ययन एवं चिंतन। छत्तीसगढ़ सहित भारत के अनेक राज्यों में आयोजित राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित सह सम्मेलन,शोध सेमिनार आदि में कई क्षेत्रों में शोध पत्र प्रस्तुत,सहभागिता के साथ ही नवाचारी के रुप में विशिष्ट उल्लेखनीय योगदान के लिए कई नामी संस्थानों एवं शासन प्रशासन के द्वारा सम्मानित। आकाशवाणी,दुरदर्शन व यूट्यूव, फेसबुक आदि विभिन्न पटल पर समय-समय पर प्रकाशित। हिन्दी के साथ ही बस्तर की हल्बी भाषा में किताब का लेखन। हिन्दी, हल्बी, भतरी, गोंडी,छत्तीसगढी भाषा सहित कई बोलियों के जानकार के साथ ही छत्तीसगढी भाषा लिपि और संभावनाएं पर अध्ययन के साथ अन्य प्रमुख शोध कार्य पर रत। इनके हिन्दी साहित्य में योगदान के लिए विश्व हिन्दी रचनाकार मंच द्वारा वर्ष 2021 का “छत्तीसगढ़ काव्य श्री सम्मान” से नवाजा गया है। समय समय पर समसामयिक विषयों लेखनी चलती रही है। साथ ही इनके द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित टीम सुई धागा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार,ग्रामीण जन जीवन,जनजातीय समाज के उत्थान के लिए शोध परक कार्य और बस्तर की प्रतिभाओं को जनसामान्य के समक्ष लाकर मंच प्रदान करवाने में रत। प्रकृति प्रेमी अध्ययनरत। अनवरत निरंतर। देश के अंतरराष्ट्रीय पटल पर चर्चित एवं खोजी लेखन शैली के लिए जाने जाने वाले इस युवा हस्ताक्षर ने अपनी कलम की ताकत के बल पर न केवल देश में बल्कि दुनिया के अनेक हिस्सों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाते हुए युवा युवा दिलों में खास जगह बनाई है और उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं इन्हें सम्मानित किए जाने पर कई विशिष्ट जनों एवं शुभचिंतकों ने बधाई एवं शुभकामना दी है साथ ही इससे छत्तीसगढ़ के साथ बस्तर भी गौरवान्वित हुआ है।