बाबा रामदेव पर एफआइआर दर्ज कराने थाने पहुंचा आइएमए
रायपुर। इंडियन मेडिकल एसोशिएशन छत्तीसगढ़ इकाई ने बुधवार को रायपुर के सिविल लाइन थाने में बाबा रामदेव पर एफआइआर दर्ज की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। आइएमए के पदाधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों बाबा रामदेव द्वारा भारत देश के चिकित्सक समुदाय, इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च सहित विभिन्न अग्रणी संस्थानों द्वारा निर्देशित करोना संक्रमण में प्रयुक्त दवाओं के बारे में दुष्प्रचार और धमकी वाला वक्तव्य दिए। इसका वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है।
वहीं, एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को लेकर भी उनके द्वारा वक्तव्य देकर भ्रम फैलाने का कार्य किया गया। आइएमए के पदाधिकारियाें का कहना है कि चिकित्सक और पैरामेडिकल सहित शासन प्रशासन के सभी अंग एक साथ मिल कर, कोरोना संक्रमण से लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे समय में बाबा रामदेव द्वारा कहे गए वीडियो में केंद्रीय महामारी एक्ट, शासन द्वारा दिशा निर्देशित नीतियों के बारे में राजद्रोह और दवाइयों के बारे में भ्रम पूर्ण वक्तव्य दिए जा रहे हैं। चिकित्सकों के बारे में कहे गए शब्द मानहानिकारक, विद्वेष से भरे हुए शब्द कहे हैं।
इनके बयान की वजह से आधुनिक चिकित्सा पद्धति के प्रयोग से 90 फीसद से ज्यादा ठीक हो रहे मरीज आशंका की स्थिति में आ जाएंगे और उनकी जान को खतरा हो जाएगा। ऐसे में उनके खिलाफ केंद्रीय महामारी एक्ट, राष्ट्रीय राजद्रोह, आईटी एक्ट, एलोपैथी दवाइयों और चिकित्सा पद्धति के संबंध में दुष्प्रचार व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के प्रति आम जन को जान-माल की हानि के लिए उकसाने से संबंधित धाराओं में बाबा रामदेव के खिलाफ जुर्म दर्ज किया जाए।
सिविल लाइन थाना प्रभारी आरके मिश्रा को ज्ञापन सौंपने के दौरान मौके पर डॉ. राकेश गुप्ता, डॉ. विकास अग्रवाल, डॉ. आशा जैन, डॉ. अनिल जैन समेत आइएमए के जिम्मेदारी अधिकारी मौजूद रहे।