‘सरदार का ग्रैंडसन’ में आसान नहीं था 90 साल की दादी का रोल प्ले करना
आज जिंदगी से खुश हैं नीना
मुंबई: आर्ट और कॉमर्शियल फिल्मों में अपनी दमदार एक्टिंग के लिए फेमस नीना गुप्ता (Neena Gupta) इन दिनों अपनी फिल्म ‘सरदार का ग्रैंडसन’ (Sardar Ka Grandson) और अपनी अपकमिंग ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ (Sach Kahun Toh) को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं. नीना ने श्याम बेनेगल, कुंदन शाह, महेश भट्ट और सुभाष घई जैसे दिग्गजों के साथ काम करते हुए फिल्म इंडस्ट्री में 4 दशक बिता दिए हैं. लेकिन नीना अपने काम को लेकर आज ज्यादा खुश हैं. नीना बताती हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इस उम्र में मुझे फिल्मों में इस तरह के दिलचस्प और अलग-अलग तरह का रोल प्ले करने का मौका मिलेगा.
नीना गुप्ता के करियर में लंबे समय बाद तब उछाल आया जब उन्होंने फिल्म ‘बधाई हो’ में एक मिडिल एज प्रेगनेंट महिला का रोल प्ले किया. इस फिल्म ने एक बार फिर एक्ट्रेस को सुर्खियों में ला दिया. 1980 से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहीं नीना ने एक इंटरव्यू में बताया, ‘यह पहली बार था कि मेरे काम को इस तरह से सराहा गया’.
नीना हाल ही में ‘सरदार का ग्रैंडसन’ फिल्म में काम चर्चा में आ गई हैं. 90 साल की बुजुर्ग का रोल प्ले करने में पहले तो उन्हें हिचकिचाहट हुई. वह बताती हैं ‘मेरा पहला रिएक्शन था कि मैं 90 साल की बुढ़िया का रोल प्ले नहीं करना चाहती. लेकिन जब फिल्म की डायरेक्टर काश्वी ने मुझे स्क्रिप्ट दिया तो मैं एक्साइटेड हो गई. क्योंकि मेरा रोल बहुत अच्छा और चैलेंजिंग था. हालांकि प्रोस्थेटिक के साथ शूटिंग करना इतना आसान नहीं था क्योंकि इस हालत में मुझे 12 से 15 घंटे बिताने थे’.
बुनियाद जैसी हिट टीवी धारावाहिक की एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने एक बार काम मांगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया था. नीना के इस पोस्ट से प्रियंका चोपड़ा बहुत प्रभावित हुई थीं. नीना ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस इंस्टाग्राम पोस्ट के बाद मुझे 5 फिल्मों के ऑफर मिले और मैंने सबको एक्सेप्ट कर लिया. ‘मुल्क’, ‘संदीप और पिंकी फरार; ‘पंगा’, ‘बधाई हो’ में काम किया और जैसे ही हालात सुधरते हैं मैं फिर से शूटिंग में बिजी हो जाऊंगी.
नीना गुप्ता की ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ 14 जून को रिलीज करने वाली हैं. नीना की माने तो अपनी इस बायोग्राफी में बेहद ईमानदारी से अपने जीवन की सच्चाई को लिखा है. नीना बताती हैं कि ‘एक बार जब लोग इसे पढ़ेंगे तो रिएक्शन आने शुरू हो जाएंगे लेकिन अभी कोई नहीं जानता कि क्या-क्या है. मुझे खुद नहीं मालूम कि क्या लिखा है…सब राम भरोसे है… लोगों को पसंद आती है तो ग्रेट नहीं तो ठीक ही है’.