तेजपत्ता शुगर वाले मरीज़ों के लिए काफी फायदेमंद है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार तेजपत्ते में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल और कम करने में सहायक होते हैं।
हर भारतीय किचन में तेज पत्ता अक्सर मिल जाता है। यह एक ऐसा मसाला है जो भारतीय व्यंजनों में ज़ायका व खुशबू बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसलिए यह दाल, सब्ज़ी, पुलाव, अचार जैसे कई व्यंजनों में इस्तेमाल होता है। इसे तमालपत्र, तेजपात, बे-लीफ आदि के नाम से भी जाना जाता है। तेजपत्ता प्राचीन काल से ही बीमारियों को ठीक करने के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में भी इस औषधीय पत्ते के प्रयोग के कई लाभ बताए गए हैं। तेज पत्ते पोटेशियम, कैल्शियम, तांबा, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन में प्रचुर होते हैं। तेजपत्ते के अर्क के नियमित इस्तेमाल से कई शारीरिक बीमारियों से बचा जा सकता है जैसे कि हृदय रोग, कैंसर और एनीमिया।
तो चलिए विस्तार से जानते हैं कि किस प्रकार तेज पत्ता हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है-
क्या हैं इसके फायदे?
1. डायबिटीज़ में लाभकारी- तेजपत्ता शुगर वाले मरीज़ों के लिए काफी फायदेमंद है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार तेजपत्ते में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल और कम करने में सहायक होते हैं।
2. अनिद्रा की समस्या- जो लोग अनिद्रा से परेशान हैं या उन्हें रात को अच्छी नींद नहीं आती है, उनके लिए तेज पत्ते का सेवन ज़रूरी है। इसके उपयोग से चैन की नींद आती है। तेज पत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर पीने से नींद से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती हैं।
3. पाचन शक्ति बढ़ाता है- तेजपत्ता पाचन शक्ति को बढ़ाने में काफी फायदेमंद है। इसे गर्म पानी के साथ चाय की तरह पीने से कब्ज, एसिड, पाचन, अनियमित मल त्याग आदि संबंधी समस्याओं को कम करने में सहायता मिलती है। इसे दिन में दो बार पीने से अपच व सूजन की समस्या में भी राहत मिलती है।
4. मौसम में होने वाली आम समस्याएं जैसे सर्दी-जुकाम, फ्लू और संक्रमण के लक्षणों से लड़ने में तेज पत्ता कारगर होता है। सांस की समस्या से आराम दिलाने में भी तेजपत्ता फायदेमंद होता है।
5. तेजपत्ते के तेल में तेल में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो छिलने, अकड़न, गठिया, दर्द और मोच में आराम दिलाता है।
कैसे करें सेंवन?
– आप तेज पत्तों को पानी में उबालकर, हर्बल चाय तैयार कर सकते हैं।
– इसके फल और पत्तों से निकला तेल दर्द, मोच, अकड़न, आदि से आराम दिलाती है।
– तेजपत्ते की पत्तियों से बना हुआ चूर्ण का इस्तेमाल शरीर में शुगर के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है।
– रोज़ाना तेज पत्ते का काढ़ा पी सकते हैं, इससे अपच की समस्या में राहत मिलती है।
– इसके अलावा आप दाल व सब्ज़ी में भी तेज पत्ते का सेवन कर सकते हैं।
– एक-दो सूखे तेज पत्ते को कटोरे में रखकर जलाएं, इसकी महक पूरे घर में फैल जाएगी और आपको रिलेक्स और रिफ्रेशिंग फील कराएगी।
– हफ्ते में दो बार तेजपत्ते के पाउडर के इस्तेमाल से दांतों की चमक व सफेदी बढ़ती है।
किन बातों का ध्यान रखें?
– तेज पत्ते के अधिक इस्तेमाल से डायरिया या उल्टी की समस्या हो सकती है।
– गर्भवती महिलाएं या गैस्ट्रिक अल्सर के रोगी को इससे परहेज करना चाहिए। गर्म तासीर होने के कारण पित्त प्रकृति वाले कम मात्रा में और सावधानी से ही खाएं।