वारंगल में नक्सल संगठन का कम्युनिकेशन टीम का चीफ गिरफ्तार
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती प्रदेश तेलंगाना के वारंगल जिले में पुलिस ने एक नक्सली नेता को गिरफ्तार किया है। वह कोरोना पीड़ित है और इलाज कराने के लिए वारंगल आया था। पुलिस ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है। पूछताछ में पता चला है कि नक्सलियों के 10 बड़े नेता कोरोना संक्रमित हैं।
उधर, कोंडागांव जिले में मंगलवार को हुए मुठभेड़ में मारे गए दोनों नक्सलियों की शिनाख्त आसू कोरचा (20) निवासी दक्षिण बस्तर और रीना नरेटी (27) निवासी तमोड़ा आमाबेड़ा के रूप में हुई है। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। वारंगल कमिश्नर तरुण जोशी के मुताबिक सुकमा और बीजापुर जिले की सीमा से लगे तेलंगाना प्रदेश के वारंगल जिला मुख्यालय में पुलिस सामान्य जांच कर रही थी।
उस दौरान एक संदिग्ध को पकड़कर पूछताछ की तो अपना नाम सोबराय और खुद को दक्षिण सब जोनल ब्यूरो व नक्सल संगठन के कम्युनिकेशन टीम का चीफ होना बताया। वह सुकमा और बीजापुर जिलों में सक्रिय था। वह तेलंगाना के कोमाराम भीम के कोंडापल्ली गांव का निवासी है। उसका नाम गदाम मधुकर उर्फ मोहन उर्फ शोबराई उर्फ सोबराय है। वह कोरोना का इलाज करवाने वारंगल आया था। ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले कोत्तागुड़ में इलाज के दौरान एक नक्सली आयतु की मौत हो गई थी।