रायपुर। मध्यम वर्गीय नागरिक संगठन ने ब्याज में माफी व ईएमआइ स्थगित करने की मांग को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को ज्ञापन सौंपा है। संगठन का कहना है कि कोरोना के कारण पिछले साल भी मध्यमवर्गीय और निम्न मध्यमवर्गीय परिवार की परेशानी काफी बढ़ गई है। बार-बार लगने वाले लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां पटरी से उतर गई हैं।
कोरोना काल में कई लोगों की नौकरियां चली गई हैं और उनके लिए घर का खर्च चलाना ही बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। ऐसी स्थिति में नौकरीपेशा लोग और बिजनेसमैन के लिए बैंक की ईएमआइ चुकाना भी मुश्किल हो गया है। शनिवार को इस संबंध में मध्यम वर्गीय नागरिक संगठन ने आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय में मैनेजर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
संगठन के संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि बैंकों से लिए हुए लोन एवं विभिन्न प्रकार के ऋण की अदायगी के लिए ईएमआई छह माह तक स्थगित किया जाए और इस अवधि का ब्याज भी माफ किया जाए। इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी और बैंकों का भी एनपीए नहीं बढ़ेगा। संयोजक कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि आरबीआई के प्रबंधक गजेन्द्र साहू ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि आरबीआई द्वारा इस संबंध में सभी बैंकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
ऋण वसूली से परेशान उपभोक्ता आरबीआई के इस सर्कुलर के संबंध में बैंक प्रबंधकों से चर्चा कर अपनी ईएमआई स्थगित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। यदि बैंक प्रबंधक इन प्रकरणों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं करते हैं तो इसकी शिकायत रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में की जा सकती है।