बिलासपुर/बलौदा। सरकंडा क्षेत्र के बंगालीपारा में रहने वाले युवक और पत्नी से लूट के बाद लुटेरों ने महिला की हत्या कर दी। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। घटना जांजगीर-चांपा जिले के पंतोरा वन विभाग के चेक पोस्ट के पास की है। पुलिस ने मृतक के पति का बयान दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है। फिलहाल पुलिस इसे लूट का मामला मानकर जांच कर रही है।
सरकंडा क्षेत्र के बंगालीपारा निवासी देवेंद्र कुमार सोनी की पत्नी दिप्ती का एसबीआइ बालको शाखा में खाता है। सोमवार को देवेंद्र अपनी पत्नी के खाते को बिलासपुर के बैंक में ट्रांसफर करने आवेदन देकर रात नौ बजे बिलासपुर लौट रहे थे। साथ में उनकी पत्नी भी थीं।
रात 11 बजे वे पंतोरा के पास पहुंचे थे। पंतोरा चेक पोस्ट के पास देवंेंद्र ने लघुशंका के लिए अपनी कार रोकी। कार से उतरकर कुछ दूरी पर गए। इस दौरान दिप्ती कार में ही थी। अचानक कार से दिप्ती की चीख आने लगी। उसकी आवाज सुनकर देवेंद्र कार के पास पहुंचा। इस दौरान दो व्यक्ति मुंह में गमछा बांधे कार के पीछे बैठे थे। वहीं उसकी पत्नी के गले में हरे रंग की नायलोन रस्सी फंसाकर रखे थे। इसी बीच पीछे से आकर दो लोगों ने देवेंद्र पर बंदूक तान दी। लुटेरों ने सिर पर बंदूक अड़ाकर रुपये की मांग की।
उन्होंने कार में दो मोबाइल, एक लैपटाप व पैकेट में रखे 45 हजार रुपये नकद लूटा और दीप्ति की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद पति ने इसकी जानकारी चेक पोस्ट में तैनात वनरक्षकों को दी। उनकी मदद से उसे आनन-फानन में उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलौदा पहुंचाया। पंतोरा चौकी प्रभारी अविनाश कुमार श्रीवास ने बताया कि मामले में अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
जन्मदिन के एक दिन पहले उठी अर्थी
दीप्ति की शादी लगभग छह साल पूर्व देवेंद्र के साथ हुई थी। उसकी पांच वर्षीय बेटी है। वह अपने पति व बेटी के साथ रहती थी। बुधवार को दिप्ती का जन्मदिन था। ऐसे में उसके स्वजन व सहेलियां जन्मदिन की तैयारी कर रही थीं। जन्मदिन के एक दिन पूर्व ही उसकी मौत की सूचना मिलने पर खुशी का माहौल मातम में बदल गया। आज देर शाम शव घर पहुंचा।
हत्या के पीछे साजिशः स्वजन
इधर दीप्ति की मौत की सूचना मिलने पर उसके मायके पक्ष के लोग आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और उन्होंने वारदात के दौरान हुई घटनाओं पर संदेह जाहिर किया। उनका कहना है कि चेक पोस्ट से महज 100 मीटर की दूरी पर चार अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गाड़ी में तोड़कर लूट व हत्या को अंजाम दिया, मगर पोस्ट पर तैनात कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी। साथ ही उनका कहना है कि बैग में सोने के जेवर भी रखे थे, मगर पीछे बैठने के बाद भी लुटेरों की नजर उस पर नहीं पड़ी जो समझ से परे है। ऐसे में उन्होंने सुनियोजित ढंग से हत्या का आरोप लगाया है।