० पीडि़तों को 6 साल बाद चला पता की उनके साथ ठगी हुई है
गरियाबंद । जिले के छुरा विकास खंड अंर्तगत तहसील कार्यालय के पीछे स्थित भूमि खसरा नंबर 121 रकबा 0.07 हेक्टेयर को नगर छुरा राजापारा निवासी रमेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा वर्ष 2014 में तत्कालिन हल्का पटवारी नटेश्वर नायडु के साथ मिली भगत कर उक्त शासकीय भूमि को पहले अपने नाम पर नामांतरण कराया गया। साथ ही तहसील कार्यालय छुरा से उक्त भूमि के संबंध में ऋण पुस्तिका भी तैयार करा लिया गया था । जिसे रमेशर एवं बिशेसर निषाद द्वारा पीडि़त प्रदीप पाण्डेय एवं भुपेन्द्र सेन को 60-60 हजार रूपये में बिक्री कर रजिस्ट्री करा दिया गया था। पीडि़त प्रदीप पाण्डेय एवं भुपेन्द्र सेन द्वारा उक्त भूमि पर मकान निर्माण कार्य प्रारंभ करने से वास्तविकता के संबंध में एवं स्वयं के साथ धोखाधड़ी होने की जानकारी हुई । जिससे पीडि़तों द्वारा थाना छुरा में इसकी लिखित शिकायत की गई । जांच दौरान शिकायत सही पाये जाने पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर जांच में लिया। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी नटेश्वर नायडु एवं भूमि विक्रेता रमेशर निषाद को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया जो अपराध करना स्वीकार करने से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। वहीं एक अन्य विक्रेता बिशेसर निषाद की 2.3 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है।