मुंगेली। जिले में एक बार फ़िर लल्लूराम डॉट कॉम की ख़बर का बड़ा असर हुआ. नाली निर्माण के नाम पर हुए लाखों रुपये के भ्रष्टाचार मामले को लल्लूराम डॉट कॉम ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इसके बाद मामले को कलेक्टर अजीत वसंत ने गंभीरता से लेते हुए संज्ञान में लिया है. जांच के लिए कलेक्टर ने 5 सदस्यीय जांच टीम गठित की है. जांच समिति ने आज मौके का निरीक्षण भी किया है.
लाखों रुपये का भ्रष्टाचार
जांच समिति के प्रमुख मुंगेली एसडीएम नवीन भगत ने कहा कि शिकायत सही पाई गई है. मौके पर एक ईंट भी नही है. नाली का निर्माण नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि जांच जारी है. प्रक्रिया पूर्ण होने पर कलेक्टर को प्रतिवेदन सौपेंगे, जिसके बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
नाली का निर्माण होना नहीं हुआ
एसडीम ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में यह भी कहा है कि मौके पर कोई भी नाली का निर्माण होना नहीं पाया गया है, जिसके लिए पंचनामा भी तैयार कर लिया गया है.
पार्षदों ने प्रशासन का जताया आभार
बता दें कि कांग्रेसी पार्षदों के दल ने भी इस मामले की कलेक्टर से लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. मौके में अधिकारियों की जांच टीम के अलावा शिकायत कर्ता कांग्रेसी पार्षद भी मौके पर मौजूद थे. कांग्रेसी नेता और पार्षद हेमेंद्र गोस्वामी ने कहा कि जिला प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अब मामले में कड़ी कार्रवाई की उम्मीद है.
यह था पूरा मामला
नगर पालिका क्षेत्र के परमहंस वार्ड में नाली निर्माण के नाम से 13 लाख रुपये से अधिक राशि बिना कार्य किए भुगतान हो गया है. मामला तब उजागर हुआ, तब परमहंस वार्ड के बीजेपी पार्षद और नगर पालिका के उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह ने जानकारी निकाली. यह राशि गार्डन की बाउंड्रीवाल के नाम से दर्शाया गया, जबकी इसके जुड़े दस्तावेज देखें तो इसकी मेनेजिक बुक में होरी शर्मा के घर से गार्डन की बाउंड्री होते हुए स्टेडियम तक बनाई जानी है, जिसकी लागत तकरीब 17 लाख है.
2019 में स्वीकृत इस कार्य से 19 फरवरी 2021 को 13 लाख 21 हजार 818 रुपये का भुगतान सोफिया कंट्रक्शन अकलतरा को भुगतान किया गया है, जबकि धरातल में नाली निर्माण हुआ ही नहीं है. वहीं अब इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है. नगर पालिका उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह, सम्बंधित वार्ड के भाजपा सहित अन्य पार्षदों ने नगर पालिका अधिकारी से लेकर कलेक्टर से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.