अब पानी साफ करना भी हुआ महंगा, वाटर प्यूरीफायर की कीमतों में 15 फीसद तक वृद्धि
यपुर। कोरोना की दूसरी लहर व्यापार-उद्योग को प्रभावित करने के साथ ही आम लोगों के लिए महंगाई लेकर भी आई है। बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा जरूरी माने जाने वाले रेनकोट, छातों की कीमतों में तो पहले ही बढ़ोतरी हो गई है। इस सीजन में साफ पानी के लिए वाटर प्यूरीफायर की मांग भी काफी बढ़ जाती है। इधर, कंपनियों ने वाटर प्यूरीफायर के दाम 15 फीसद तक बढ़ा दिए हैं। न्यूनतम 6500 रुपये में मिलने वाले वाटर प्यूरीफायर की कीमत इस समय 7300 रुपये से अधिक हो गई है। कारोबारियों का कहना है कि कीमत में बढ़ोतरी का कारण इसकी उत्पादन-लागत में बढ़ोतरी हुई है
बारिश के समय में घरों में साफ पानी के लिए वाटर प्यूरीफायर के साथ ही आरो की मांग काफी बढ़ जाती है। विभिन्न कंपनियों द्वारा इसके लिए ग्राहकों को लुभावने ऑफर भी दिए जाते हैं। मगर, इस साल ऐसा नहीं है। साफ व शुद्ध पानी पीने के लिए भी उपभोक्ताओं को अधिक खर्च करना पड़ेगा।
कारोबारी राजेन्द्र डागा ने बताया कि वाटर प्यूरीफायर व आरो की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण उत्पादन की लागत में बढ़ोतरी के साथ ही डीजल की कीमतों का असर है। डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से मालभाड़ा ही पांच से सात फीसद अधिक पड़ रहा है। इसके चलते उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी होना तो तय ही है।
इस तरह हुई कीमत में बढ़ोतरी
उत्पाद – पिछले साल कीमत – इस साल कीमत
वाटर प्यूरीफायर – 6500 रुपये – 7300 रुपये
आरो – 10500 रुपये – 11800 रुपये
इन चीजों के दाम भी बढ़े
वाटर प्यूरीफायर के साथ ही बहुत सी चीजों की कीमतों में और बढ़ोतरी हुई है। इन दिनों मिक्सी, जूसर सहित अन्य चीजों की कीमतों में भी पांच फीसद तक बढ़ोतरी हो गई है। साथ ही कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले ऑफर भी अभी नहीं दिए जा रहे हैं।