जांजगीर। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में एक पटवारी रिश्वत मांगता कैमरे में कैद हुआ है. किसान अपना काम करवाने पटवारी के पास पहुंचा था. तब पटवारी साहब उसे अपना रेट बता रहे थे. पटवारी घूसखोरी में भी ईमानदारी दिखा रहा है. किसान से एडवांस पैसे लेने से इंकार कर दिया. कहा कि जब काम हो जाएगा, तब तुरंत लेंगे. अब भला ऐसे रिश्वत लेने में भी ईमानदारी दिखाने वाले पटवारी कहा मिलते हैं.
काम के एवज में अपना रेट बता रहा पटवारी
यह पूरा मामला जांजगीर जिले के डभरा ब्लॉक का है. यहां पदस्थ पटवारी गुलजार सिंह काम के एवज में किसान से घूस मांग रहा है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. ये पटवारी डभरा के हल्का क्रमांक 37, 38 और 39 का प्रभारी है. जिसके तहत चंद्रपुर, काशीडीह और गोपालपुर क्षेत्र आता है. वायरल वीडियो में पटवारी गुलजार सिंह जिस अंदाज में बेधड़क किसानों को अपने काम का रेट बता रहे हैं. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि क्षेत्र में पटवारी अन्नदाता किसानों से जमकर अवैध वसूली कर रहे हैं. अब ऐसा लगता है कि इन रिश्वतखोर पटवारियों को शासन-प्रशासन को कोई डर ही नहीं है.
किसान ने बनाया रिश्वत मांगते पटवारी का वीडियो
वायरल वीडियो में पटवारी गुलजार सिंह काम यह बोलते नजर आ रहा है कि बिक्री छांट के 4 हजार रुपए लूंगा. मौके पर जाने का 3 हजार लूंगा. जब किसान एडवांस पैसे देने लगा, तब पटवारी ईनामदारी दिखाने लगा. बताया जा रहा है कि पटवारी गुलजार सिंह लंबे समय से किसानों से अवैध वसूली कर रहा है. मगर मजबूर किसान कभी सामने नहीं आ पाते थे. इस बार पटवारी गुलजार सिंह से प्रताड़ित होकर एक किसान ने इसे सबक सिखाने की ठान ली. रिश्वतखोर पटवारी की सारी करतूत अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया. जिसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया.
जांच के बाद करेंगे कार्रवाई- एसडीएम
इस मामले में डभरा एसडीएम आर.पी. आंचला का कहना है कि मीडिया के माध्यम से इस वीडियो को मैंने देखा है. संबंधित पटवारी के खिलाफ जांच की जाएगी. दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
रिश्वत मांगने वाले पटवारी के खिलाफ होगी कार्रवाई ?
अब देखना यह होगा शासन-प्रशासन ऐसे रिश्वतखोर पटवारियों पर कैसे लगाम लगाती है. क्योंकि इससे पहले भी रिश्वतखोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं. फिर भी ये पटवारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. सरकार को रिश्वतखोर पटवारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है. जिससे कोई भी गरीब किसान इनका शिकार न बने. खैर देखने वाली बात यह है कि पटवारी के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई होती है ?