रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और भाजपा नेताओं ने छत्तीसगढ़ को टीकाकरण में असफल बताया था. इस पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जनसंख्या के अनुपात की तुलना में छत्तीसगढ़ वैक्सीन लगाने में मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से बेहतर है. मोदी के प्रचार के भूखी भाजपा महामारी काल मे भी जनता के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ कर रही है.
छत्तीसगढ़ में टीका लगाने की क्षमता
धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में टीकाकरण रिकार्ड बनाने के थोथी वाहवाही लूटने आमजनता को चार दिनों तक वैक्सीन के लिए भटकाया गया. भाजपा शासित राज्यों को 21 जून के टीकाकरण रिकार्ड बनाने बड़ी मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराए गए. गैर भाजपा शासित राज्यों को वैक्सीन देने में भेदभाव को किया गया. देशभर में 21 जून को 80 लाख टीकाकरण हुआ. 22 जून 54 लाख और 23 जून 68 लाख हुआ. टीकाकरण का राष्ट्रीय स्तर पर गिरता ग्राफ मोदी सरकार की वैक्सीन देने में नाकामी को प्रदर्शित कर रहा है.
मोदी सरकार टीका देने में अक्षम: कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस प्रवकता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ में 1 दिन में चार लाख डोज टीका लगाने की क्षमता विकसित कर चुकी है, लेकिन मोदी सरकार छत्तीसगढ़ को प्रतिदिन चार लाख डोज उपलब्ध कराने में असफल है. यदि राज्य को उसकी क्षमता के अनुरूप टीके केन्द्र दे तो राज्य दो महीने में अपनी पूरी आबादी का टीकाकरण कर लेगी.
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक बताए मोदी सरकार वैक्सीन देने में क्यों भेदभाव कर रही है? मध्यप्रदेश को प्रतिदिन 1 लाख 70 हजार डोज दिया जाता रहा है फिर 21 जून के लिए 17 लाख वैक्सीन कैसे मिल गया? कर्नाटक में 20 जून को 68 हजार के करीब वैक्सीन लगा था, फिर 21 जून के लिए 11 लाख वैक्सीन कहां से आया ? हरियाणा आसाम कर्नाटक उत्तर प्रदेश गुजरात में भी 21जून को बड़ी संख्या में टीकाकरण हुए.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भाजपा नेताओं को छत्तीसगढ़ सरकार पर टीकाकरण में असफल होने का आरोप लगाने के पहले भाजपा शासित राज्यों के टीकाकरण का अवलोकन करें. 21 जून के आयोजित मोदी प्रचार कार्यक्रम के बाद भाजपा शासित राज्य टीका लगाने में असफल हुए हैं.
21 जून को लाखों में टीका लगाने वाले अब हजारों के भीतर सिमट गए हैं. वहीं छत्तीसगढ़ में 21 जून को 91 हजार से अधिक टीकाकरण हुआ. 24 जून को दो लाख दस हजार से अधिक को टीका लगाया गया. अब ढाई गुना बढ़ी है. वहीं 21 जून के बाद भाजपाशासित राज्यों में टीकाकरण की 10 गुना कम हुई है.
महामारी कुप्रबंधन और वैक्सीनेशन में असफलता के चलते मोदी सरकार की छवि देश और विदेश में खराब हो चुकी है. भाजपा मोदी के गिरते छवि के ग्राफ को बचाने के लिए आम जनता को वैक्सीन से वंचित कर टीकाकरण के रिकॉर्ड बनाने का खेल खेला जो दूसरे दिन ही पूरी तरह फ्लॉप हो गई.