छत्तीसगढ़

राजधानी में मवेशी सड़क पर, रोज यातायात प्रभावित

रायपुर दुर्घटना और फसलों के नुकसान से बचाने शहर से लेकर गांवों में गोठान बनाया गया है। अब आलम यह है कि राजधानी में मवेशियों की झुंड सड़कों पर नजर आ रहा है। इधर शहर के विभिन्न इलाकों में मवेशियों को रखने के लिए छह गोठान बनाया है। इसमें से कई गोठान खाली हैं, तो कहीं पशुओं को रखा गया है, लेकिन हालात यह है कि चौकीदारों द्वारा इन मवेशियों को सड़कों पर छोड़ दिया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि शहर में घूम रहे मवेशियों को पकड़कर गोठान ले जाना है, लेकिन कुछ महीने के बाद इन मवेशियों को खुले में ही छोड़ दिया जा रहा है। इसके चलते मवेशी सड़कों पर नजर आने लगे हैं। शहर में निगम के मुताबिक छह में से दो गोठान खाली हैं। इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खरीफ फसल को देखते हुए फिर से राज्यभर में रोका-छेका अभियान एक जुलाई से शुरू कर रहे हैं।

दावा- जरवाय में 40 से अधिक मवेशी, गोठान में नहीं आई एक भी नजर

जरवाय की गोठान की पड़ताल की। गोठान के चौकीदार राम गोपाल ने बताया कि गोठान में 40 से अधिक मवेशी है, लेकिन लगभग दोपहर 12 बजे गोठान में एक भी मवेशी नजर नहीं आया। इधर, चौकीदार का कहना है कि रोज मवेशियों को चरने के लिए छोड़ दिया जाता है। उनका तर्क है कि शाम होते ही सभी मवेशी फिर वापस आ जाता है। वहीं, इन गोठान के मवेशी सड़कों में झुंड के झुंड घूम रहे थे।

अटारी गोठान लगा रहा ताला

अटारी गोठान में निगम का कहना है कि यहां 450 से अधिक पशु है। वहां पहुंचे तो गेट में ताला लगा हुआ था। अंदर वहां 15 से कम ही मवेशी नजर आ रहे थे। दूसरी ओर कई मवेशियां गोठान के गेट के पास खड़े होकर चौकीदार का इंतजार करते दिखाई दिया।

राजधानी के सड़कों पर मवेशी, यातायात रोज रही प्रभावित

निगम द्वारा गोठानों में रखे मवेशियों को खुले में छोड़ने के कारण राजधानी कई इलाकों में अब मवेशियों का झुंड दिखाई दे रहा है। मवेशियों की झुंड के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। तो कई लोग दुर्घटना का शिकार भी हो रहा है।

निगम द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन गोठानों में मवेशियों की संख्या

1- अटारी- 300

2- जरवाय – 40

3- फुंडहर – 250

4- गोकुल नगर – 385

5- भनपुरी – 00

6- भाठागांव – 00

शहर में जल्द ही मवेशियों की धरपकड़ शुरू की जाएगी। गोठान में रखने की व्यवस्था की जाएगी। कहीं जगह से शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

Patrika Look

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