जज्बे को सलाम : कारगिल युद्ध में शामिल रिटायर्ड फौजी की अर्थी को बहू-बेटियों ने दिया कंधा
धमतरी। कारगिल युद्ध में शामिल रहे रिटायर्ड फौजी का दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार को निधन हो गया. अर्थी को कंधा देने के लिए फौज में तैनात बेटे के नहीं पहुंच पाने पर बहू और बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाते हुए कंधा देने के साथ मुखाग्नि दी.
यह वाकया नगरी ब्लॉक के ग्राम घठुला का है, जहां रहने वाले रिटायर्ड फौजी रुद्रेश्वर साहू ( मुन्ना भाई ) का दिल का दौरा पड़ने से मंगलवार को निधन हो गया. अर्थी को कंधा देने उसका अपना बेटा अंबाला में पदस्थ फौजी थानेश्वर साहू नहीं पहुंच सका. इस पर बेटी रेखा साहू, डाली साहू और बहू खुशबू ने मिलकर पिता की अर्थी को कंधा देकर शव को मुखाग्नि दी.
मृतक रुद्रेश्वर साहू मुन्ना भाई का चयन 2 फरवरी 1991 में इंडियन आर्मी में नासिक में चयन हुआ था, और 2017 में रिटायर्ड हो गए थे. इस दौरान वह जम्मू-कश्मीर, मेरठ समेत कई जगह पर पदस्थ रहे. इस दौरान वे कारगिल युद्ध भी शामिल होकर देश की सुरक्षा में अहम जिम्मेदारी निभाई. रिटायर होने के बाद वे आर्मी में जाने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित भी किया करते थे.