रायपुर. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम IPS GP Singh के घर में उनकी संपत्ति तलाश रही है. सूत्र बताते है कि इस कार्रवाई की सुगबुगाहट पिछले 1 हफ्ते से थी जब कुछ अधिकारियों की टीम दिल्ली, नोएडा और पंजाब में उनकी संपत्ति की तलाश में जुटी हुई थी. तभी से ये अनुमान लगा लिया गया था कि कोई बड़ी कार्रवाई उनके खिलाफ किए जाने की तैयारी है.
लेकिन आपको हम एक अंक बता रहे है जो IPS GP Singh के लिए शुभ साबित नहीं हो रहा है. बेहद शार्प आईपीएस माने जाने वाले जीपी सिंह के लिए 1 अंक शुभ साबित नहीं हो रहा है.
अब आपको इसके पीछे की वजह बताते है. उनसे जुड़े सबसे बड़े विवाद यानी एसपी राहुल शर्मा ने आत्महत्या 12 मार्च 2012 को थी, पिछले वर्ष उन्हें एसीबी और ईओडब्ल्यू महानिदेशक के पोस्ट से 1 जून को हटाया गया था और आज भी 1 तारिख है जब उनके घर में छापामार कार्रवाई जारी है. वर्तमान महानिदेशक ने ठीक 1 वर्ष और 1 महीने बाद अपने सीनियर अधिकारी के घर छापा मारा है.
वहीं जिस अधिकारी के नेतृत्व में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई वह 2005 बैच के आईपीएस ऑफिसर है और जीपी सिंह 1994 बैच के. यानी उनके 11 साल जूनियर अधिकारी के नेतृत्व में ये कार्रवाई की गई और इसमें भी अंक 1 शामिल है. हालांकि वे आईजी से एडीजी के पद पर जब पदोन्नत हुए थे वो दिन उनके लिए थोड़ा लक्की था. वो दिन था 19 जून 2019 का. जब तीन आईपीएस अधिकारियों को इस रैंक पर पदोन्नत किया गया था.