रायपुर। चालू खरीफ फसल की रायपुर जिले में 74 फीसद क्षेत्र में बोनी का कार्य हो चुका है। वहीं जिले में 1,21,257 हेक्टेयर में बोनी का कार्य हो चुका है, जो कि फसल क्षेत्र लक्ष्य 1,64,514 हेक्टेयर का 74 फीसद है। यह जानकारी सोमवार को कृषि मंत्री और रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा जिला खनिज न्यास निधि की समीक्षा के बाद कृषि विभाग की समीक्षा में दी गई।
जिले के सहकारी समितियों एवं निजी संस्थानों में बीज का 56 हजार 570 क्विटल लक्ष्य के विरुद्ध 50 हजार 871 क्विटल का भंडारण कर 45 हजार 871 क्विंटल बीज का वितरण किया जा चुका है, जो कि लक्ष्य का 81 फीसद है। इसी तरह जिले में 5000.42 क्विंटल बीज आज की स्थिति में भी उपलब्ध है। इसी तरह रासायनिक उर्वरक का 67 हजार मि.टन के विरुद्ध में 46 हजार 209 मि. टन का भंडारण कर 31 हजार 185 मि.टन का वितरण किया जा चुका है। 15 हजार 24 मि.टन उर्वरक जिले में शेष है।
रासायनिक उर्वरक की कोई कमी नहीं
उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्तमान में रायपुर जिले में रासायनिक उर्वरक की कोई कमी नहीं है। निकट भविष्य में कोरोमंडल, इफ्को, पीपीएल, एनएफएल के रैक क्रमश: तिल्दा, सिलतरा, सिलयारी और मंदिर हसौद में लगने वाले हैं। इससे जिले को यूरिया एवं डीएपी के 4600 मि.टन खाद भंडारण हो जाएगा, जिससे निरंतर रूप से उर्वरक कृषकों को उपलब्ध होता रहेगा। उप संचालक ने बताया कि रायपुर जिले में उर्वरक के गुण नियंत्रण के लिए 53 नमूना लिया गया है।
रासायनिक उर्वरक, बीज एवं कीटनाशी के गुण नियंत्रण के लिए परिसर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अनियमितता पाए जाने पर एक उर्वरक अनुज्ञप्तिधारी को निलंबित किया गया और एक के विक्रय पर रोक लगाई गई है। सहकारी समिति एवं निजी संस्थान का निरीक्षण करने पर कमियां पाए जाने पर 89 सहकारी समिति व 27 निजी संस्थान को नोटिस जारी किया गया है।
जिले में कुल 189 गोठानों में 38,415 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट और 25,250 क्विटल सुपर कम्पोस्ट का उत्पादन हुआ है। इसमें से 32,909 क्विटल वर्मी कम्पोस्ट एवं 6,260 क्विटल सुपर कम्पोस्ट का विक्रय किया गया है। विक्रय से महिला स्वसहायता समूह को वर्मी कम्पोस्ट से तीन करोड़ 28 लाख एवं सुपर कम्पोस्ट से 37 लाख 56 हजार का लाभ प्राप्त होगा। वर्मी कम्पोस्ट के 451 नमूना एवं सुपर कम्पोस्ट के 30 नमूना लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है।